केतु राशि परिवर्तन 2019 || Suresh Shrimali

केतु राशि परिवर्तन 2019


वैदिक ज्योतिष के अनुसार केतु एक छाया और रहस्यमयी ग्रह है। यह धर्म और आध्यात्मिक उन्नति का कारक माना जाता है। केतु के अशुभ प्रभाव से जहां मनुष्य को दुःख और हानि होती है वहीं यह अपने शुभ प्रभाव से व्यक्ति को देवता तक बना सकता है। केतु ग्रह तर्क, बुद्धि, ज्ञान और कल्पना आदि का कारक कहा जाता है। मनुष्य के शरीर में केतु अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करता है। केतु के प्रभाव से बेहतर स्वास्थ्य और धन-संपत्ति आदि की प्राप्ति होती है। केतु स्वभाव से एक क्रूर ग्रह माना गया है। इसे किसी राशि का स्वामित्व प्राप्त नहीं है। हालांकि यह तीन नक्षत्रों अश्विनी, मघा और मूल नक्षत्र का स्वामी है। केतु वृश्चिक व धनु राशि में उच्च भाव में होता है और वृषभ व मिथुन में नीच भाव में होता है। केतु को सूर्य व चंद्रमा का शत्रु कहा गया है। यह कुंडली में राहु के साथ मिलकर काल सर्प योग की स्थिति का निर्माण करता है। 6 मार्च की रात व 7 मार्च को सुबह 5.34 बजे केतु धनु राशि उतराषाढ़ा नक्षत्र में गोचर करेेंगे।

मेष राशिः- आपकी राशि में केतु 9जी हाउस भाग्य भाव में विराजित है। केतु की पांचवीं दृष्टि आपकी राशि पर, सांतवीं दृष्टि 3तक हाउस पर व नौवीं दृष्टि 5जी हाउस पर है। आप आध्यात्मिक विचारधाराओं और दार्शनिक विचारों में रूचि ले सकते हैं। आप किसी धार्मिक स्थल या तीर्थयात्रा पर पारिवारिक सदस्यों के साथ जा सकते हैं। आप में से कुछ लोग धार्मिक अभ्यासों जैसे कि उपवास और दिव्य अनुष्ठानों का पालन करने के इच्छुक होंगे जबकि अन्य लोग किसी दिव्य स्थान की दिव्यता और वैज्ञानिक, दार्शनिक विचारों के प्रति मोहित हो सकते हैं। इस दौरान आपके पिता को शारीरिक कष्ट हो सकता है। आपको अन्य जातियों व धर्म के लोगों से लाभ मिलेगा। आप विदेश यात्रा भी कर सकते हैं। आप स्वयं पर आज्ञाकारिता और सख्त नियम लागू करना चाहेंगे।

वृषभ राशिः- आपकी राशि में केतु 8जी हाउस में विराजित है। केतु की पांचवीं दृष्टि 12जी हाउस पर, सांतवीं दृष्टि 2दक हाउस पर व नौवीं दृष्टि 4जी हाउस पर है। घर और कार्यस्थल पर आपको एक जिम्मेदार व्यक्ति बनना होगा। अनावश्यक चर्चाओं या दूसरों की अनुपस्थिति में उनके बारे में टीका-टिप्पणी करने से बचें। केतु की यह स्थिति आपको अपरंपरागत विषयों पर एक उत्तम दार्शनिक ज्ञान व समझ प्रदान करेगी। इस दौरान दार्शनिक, आध्यात्मिक विषयों से जुड़े व्यक्तियों के साथ आपकी वार्तालाप हो सकती है। आपको ज्ञान और सलाह के रूप में अचानक लाभ मिलेगा जो आपके जीवन का एक अभिन्न अंग बन जाएगा। इस समयावधि में आप स्वयं के अंदर आए हुए परिवर्तनों को देखकर आश्चर्यचकित होंगे।

मिथुन राशिः- आपकी राशि में केतु 7जी हाउस में विराजित है। केतु की पांचवीं दृष्टि 11जी हाउस पर, सांतवीं दृष्टि आपकी राशि पर व नौवीं दृष्टि 3तक हाउस पर है। आप में से कुछ लोगों की सांसारिक मामलों में रूचि कम हो सकती है। वैवाहिक संबंधों में गलतफहमियाँ बढ़ सकती हैं। आपका जीवनसाथी या व्यापारिक भागीदार आपकी अपेक्षाओं के अनुरूप व्यवहार नहीं कर सकता है। इससे आपकी योजनाएं बर्बाद हो सकती हैं या फिर आपको अपनी योजनाओं को कई बार पुनः निर्धारित करना पड़ सकता है। यह मनोवैज्ञानिक रूप से आपके प्रदर्शन पर असर डाल सकता है। यह वह अवधि है जब आपको अपनी नियमित दिनचर्या के अलावा जीवन के अन्य सभी पहलुओं का भी ध्यान रखना होगा। इस अवधि में आप अपने कार्यक्षेत्र और परिवार से संबंधित पहलुओं में कोई बड़ा बदलाव करने की सोच सकते हैं। अचानक कोई भी बड़ा परिवर्तन न करें क्योंकि इससे आपका उद्देश्य पूर्ण नहीं हो सकता है। सभी पहलुओं के प्रति सतर्क रहें ताकि आप किसी भी घटना से ज्यादा प्रभावित न हों।

कर्क राशिः- आपकी राशि में केतु 6जी हाउस में विराजित है। केतु की पांचवीं दृष्टि 10जी हाउस पर, सांतवी दृष्टि 12जी हाउस पर व नौवीं दृष्टि 2दक हाउस पर है। आपको लगातार संघर्ष और कड़े प्रयासों के बाद कुछ राहत दे सकता है। आवश्यकता पड़ने पर आपकी बुद्धिमता आपकी सहायता करेगी। आपको भविष्य के लिए रणनीतियाँ बनाने व आराम करने का समय मिलेगा। आपको आधिकारिक मामलों के प्रति सावधान रहना होगा। कार्यस्थल पर प्रचलित बुरा वातावरण ठीक हो जाएगा। बचकानी बातों से कोई भी निष्कर्ष निकालने से बचें। स्वास्थ्य मामलों में स्वयं के द्वारा उठाए गए किसी भी कदम के प्रति सचेत रहे। मामा व भतीजे, भतीजी के साथ किसी भी विवादास्पद बहस में पड़ने से बचें।

सिंह राशिः- आपकी राशि में केतु 5जी हाउस में विराजित है। केतु की पांचवीं दृष्टि 9जी हाउस पर, सांतवीं दृष्टि 11जी हाउस पर व नौवीं दृष्टि आपकी राशि पर है। आप घर और कार्यालय में दूसरों के साथ बातचीत करने में कम रुचि लेंगे। भाग्य के भरोसे न बैठे रहें इसके बजाय अपनी तरफ से पहल करने का प्रयास करें। घर पर बच्चों के साथ उत्तम संबंध बनाए रखें। उन्हें प्रेरित करने के लिए प्रेरणादायक विचार और सलाह का प्रयोग करें। हालांकि यह एक भयावह समयावधि नहीं है फिर भी आपको सुरक्षित रहने की सलाह दी जाती है।

कन्या राशिः- आपकी राशि में केतु 4जी हाउस कर्म भाव में विराजित है। केतु की पांचवीं दृष्टि 8जी हाउस पर, सांतवीं दृष्टि 10जी हाउस पर व नौवीं दृष्टि 12जी हाउस पर है। आप खुश रहेंगे परंतु आपको लग सकता है कि चीजें आपकी अपेक्षाओं के अनुसार नहीं हो रही हैं। अपनी माता के साथ किसी गंभीर विवाद में शामिल न हों। आप अपनी राय को सार्वजनिक न करें। वाहनों को गैराज में ले जाकर मरम्मत करवाने के लिए यह एक अच्छा समय है। अपनी माता के साथ वार्तालाप करने के लिए समय निकालें। इससे आप दोनों का संबंध अधिक सुदृढ़ हो सकता है। बाहर का भोजन खाने से बचें। चतुर्थ भाव में केतु की स्थिति उपवास रखने व आहार संबंधी मामलों में कड़े नियमों का पालन करने के लिए उत्तम है।

तुला राशिः- आपकी राशि में केतु 3तक हाउस में विराजित है। केतु की पांचवीं दृष्टि 7जी हाउस पर, सांतवीं दृष्टि 9जी हाउस पर व नौवीं दृष्टि 11जी हाउस पर है। इस दौरान आप अधिक ऊर्जावान रहेंगे और डटकर चुनौतियों का सामना करेंगे। परिजनों के साथ आपको भी स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है अतः अपनी सेहत पर पूरा ध्यान दें। मेहनत के कारण आप काम में सफल रहेंगे। कई बार छोटी-मोटी यात्राओं पर जाना पड़ सकता है। सूचना संचार में अधिक ध्यान दे। अपने छोटे बाई-बहनों के साथ अच्छा रिश्ता बनाए रखे।

वृश्चिक राशिः- आपकी राशि में केतु 2दक हाउस में विराजित है। केतु की पांचवीं दृष्टि 6जी हाउस पर, सांतवीं दृष्टि 8जी हाउस व नौवीं दृष्टि 10जी हाउस पर है। इस दौरान आपके परिवार में थोड़ा अशांत वातावरण रह सकता है। परिजनों के बीच सामंजस्य बिठाने का प्रयास करें। आपकी वाणी में थोड़ी कड़वाहट नजर आ सकती है। ध्यान रखें, इससे आपके रिश्ते बिगड़ सकते हैं अतः सभी के साथ प्रेम से बातचीत करें और वाहन चलाते समय पूरी सावधानी बरतें। इस दौरान आप थोड़े भ्रम की स्थिति में रहेंगे और लोगों को आपके व्यवहार को समझना जरा मुश्किल होगा। गोचर की अवधि में आपकी सेहत कमजोर रह सकती है इसलिए अपनी सेहत पर ध्यान दें। धार्मिक कार्यों में आपका मन लगेगा और दान-पुण्य करने में भी सक्रिय रहेंगे।

धनु राशिः- आपकी राशि में केतु आपकी राशि में विराजित है। केतु की पांचवीं दृष्टि 5जी हाउस पर, सांतवीं दृष्टि  7जी हाउस पर व नौवीं दृष्टि 9जी हाउस पर है। यह आपके भीतर आध्यात्मिक और दार्शनिक विचारों के उच्च स्तर में वृद्धि करेगा। यह समय स्वयं का आत्मनिरीक्षण करने के लिए भी सबसे उत्तम है। हर दिन स्वयं के सुधार हेतु कुछ उत्तम समय लगाएं। इससे आप पर्याप्त आत्मविश्वास के साथ जीवन की चुनौतियों का बेहतर सामना करने में सक्षम होंगे। आप दूसरों से दार्शनिक विचार प्राप्त करने में रुचि रखेंगे। आप चुपचाप अपने आस-पास होने वाली गतिविधियों का निरीक्षण करेंगे। आपके पास विस्मयकारी इच्छाएं नहीं होंगी लेकिन एक परिपक्व दृष्टिकोण जरूर होगा।

मकर राशिः- आपकी राशि में केतु 12जी हाउस में विराजित है। केतु की पांचवीं दृष्टि 4जी हाउस पर, सांतवीं दृष्टि 6जी हाउस पर व नौवीं दृष्टि 8जी हाउस पर है। आपकी मानसिकता में परिवर्तन करने के लिए एक और उत्तम संकेत है। आपके पास एक परिष्कृत मनोवृति होगी जिससे आपके दृष्टिकोण में बदलाव आएगा। आपका धार्मिकता और आध्यात्मिकता के प्रति भी झुकाव रहेगा। आपके विचार और कार्य सुन्दर रहेंगे। आप सक्रिय महसूस करेंगे। यह समय यात्रा, आध्यात्मिक यात्रा करने के लिए भी वास्तव में उत्तम है। इस समयावधि के दौरान आप जीवन में कुछ महत्वपूर्ण लोगों से मिल सकते हैं।

कुंभ राशिः- आपकी राशि में केतु 11जी हाउस में विराजित है। केतु की पांचवी 3तक हाउस पर, सांतवीं दृष्टि 5जी हाउस पर व नौवीं दृष्टि 7जी हाउस पर है। सामाजिक मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी। केतु के शुभ प्रभाव से बौद्धिक ज्ञान और धन में वृद्धि देखने को मिलेगी। इस गोचर के प्रभाव से बौद्धिक ज्ञान में और बढ़ोतरी होगी। नौकरी से ध्यान भटक सकता है। इसलिए अपनी प्रतिष्ठा को अच्छा बनाए रखने के लिए कठिन परिश्रम करने की जरुरत होगी। केतु के गोचर के प्रभाव से पारिवारिक जीवन में अस्थिरता बनी रहेगी। संतान का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। आपके उनसे मतभेद भी हो सकते हैं।

मीन राशिः- आपकी राशि में केतु 10जी हाउस में विराजित है। केतु की पांचवीं दृष्टि 2दक हाउस पर, सांतवीं दृष्टि 4जी हाउस पर व नौवीं दृष्टि 6जी हाउस पर है। नौकरी और काम में मन नहीं लगेगा। इसकी बजाय आपका झुकाव आध्यात्मिक और दर्शन शास्त्र का ज्ञान प्राप्त करने और उससे संबंधित पढ़ाई की ओर होगा। इसके अलावा पारिवारिक जीवन में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आप पारिवारिक सदस्यों के निर्णयों से सहमत नहीं होंगे। आपकी मानसिकता प्रभावित हो सकती है जिसके चलते आप कुछ अनैतिक कार्य करने की ओर प्रवृत हो सकते हैं। इसलिए कोई भी निर्णय सोच-समझकर लें। तीर्थ यात्रा पर जाने के योग बन रहे हैं। इस दौरान आप प्राचीन मान्यताओं और विचारधारा को महत्व देंगे।

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