Akshay Tritiya-2018 || अक्षय तृतीया से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें || Suresh Shrimali
1. त्रेता युग की शुरूआत हुई थी। इस युग की आयु 12,96,000 साल रही। इसी युग में भगवान श्री वामन, परशुराम एवं श्रीराम ने अवतार लिया।
2. इस दिन बद्रीनाथ के पट खुलते है।
2. इस दिन बद्रीनाथ के पट खुलते है।
3. नर-नारायण ने इस दिन अवतार लिया था।
4. वृदावंन के श्री बांके बिहारी मंदिर में इसी दिन श्री विग्रह के चरण दर्शन होते है, अन्यथा पूरे वर्ष भर वस्त्रों से ढके रहते है।
5. इसी दिन कृष्ण और सुदामा का मिलन हुआ था और सुदामा का भाग्य बदल गया था।
6. भगवान ब्रह्या के पुत्र श्री अक्षय कुमार का इसी दिन अवतरण हुआ था।
7. कुबेर देव को अतुल ऐश्वर्य की प्राप्ति इसी दिन हुई थी और वह देवताओं के कोषाध्यक्ष बने थे।
8. इसी दिन भगवान श्री कृष्ण को चंदन लगाने का विशेष महत्व है।
9. अक्षय तृतीया के दिन भगवान गणेश जी ने वेद व्यास के साथ महाभारत लिखना शुरू किया था।
10. इसी दिन महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए विशेष अनुष्ठान किये जाते है।
11. इसी दिन महाभारत का युद्ध समाप्त हुआ था।
12. इस दिन गंगा नदी पृथ्वी पर स्वर्ग से उतरी थी।
13. भगवान कृष्ण ने इसी दिन पाण्डवों को अक्षय पात्र दिया था।
14. इसी दिन देवी अन्नपूर्णा का जन्म हुआ।
15. द्वापर युग का समापन इसी दिन को हुआ।
16. इसी दिन द्रोपदी को चीर हरण से श्री कृष्ण ने बचाया था।
देखिए यह एक ऐसा अवसर है। जिस दिन आप अपने घर के बड़े-बुजुर्ग, माता-पिता, आस-पड़ौस, दूर-दराज में, रिश्तेदार में उन लोगों को आप ऐसी कोई चीज गिफ्ट करिए, जिसकी उनको सख्त जरूरत है। जैसे मान लीजिए पिताजी बहुत अच्छा लिखते है, तो पिता को एक अच्छा चलने वाला पेन गिफ्ट करें, माँ चलने में समर्थ है तो उन्हें एक छड़ी गिफ्ट करें। मान लीजिए की घर-परिवार में कोई एक ऐसा व्यक्ति है। जिनका बेटा या बेटी दूर है, मिल नहीं पा रहे है या कोई मनमुटाव है, उनकों मिलाने की कोशिश कीजिए। अपने माता-पिता, बड़े-बुजुर्गों की उन बातों का ख्याल करें, जिनकी उन्हें सख्त जरूरत है। ऐसा लगता है कि इस उम्र में अगर उनको वो ची
ज मिल जाएं, तो उन्हें बड़ी खुशी होगी। मान लीजिए आपके रिश्तेदार में पेंशन का मामला अटका है। कोई परिवार में किसी प्रकार का फाइनेंसियल मैटर है या कुछ भी तकलीफ को दूर करने का सहारा बनिए। हो सकता है कि किसी को आॅपरेशन करवाना हो। लेकिन रूपए-पैसे ना हों, तो कुछ लोगों से मिलकर उनके लिए डोनेशन की व्यवस्था करवाएं। ताकि उनका आॅपरेशन सफलतापूर्वक हो जाएं। ये ऐसे कर्म जो आपको मानसिक शांति भी देंगे। आपके पुण्य कर्मों में इजाफा भी करेंगे। और साथ में आपको भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होगा। क्योंकि जिस कर्म के लिए भगवान ने आपको इस जीवन में भेजा है।
ज मिल जाएं, तो उन्हें बड़ी खुशी होगी। मान लीजिए आपके रिश्तेदार में पेंशन का मामला अटका है। कोई परिवार में किसी प्रकार का फाइनेंसियल मैटर है या कुछ भी तकलीफ को दूर करने का सहारा बनिए। हो सकता है कि किसी को आॅपरेशन करवाना हो। लेकिन रूपए-पैसे ना हों, तो कुछ लोगों से मिलकर उनके लिए डोनेशन की व्यवस्था करवाएं। ताकि उनका आॅपरेशन सफलतापूर्वक हो जाएं। ये ऐसे कर्म जो आपको मानसिक शांति भी देंगे। आपके पुण्य कर्मों में इजाफा भी करेंगे। और साथ में आपको भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होगा। क्योंकि जिस कर्म के लिए भगवान ने आपको इस जीवन में भेजा है।
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