VRISHCHIK Rashi September || Suresh Shrimali
वृश्चिक राशि
गुरू मंत्रः- सफल व्यक्ति वही है जो सुबह उठकर पहले यह तय करता है कि आज उसे क्या-क्या काम करने है और रात तक वह उन सारे कामों को कई परेशानियों के बाद भी पूरा कर लेता है।
वृश्चिक राशि के सितम्बर माह में ग्रहों का भ्रमणकालः-
* इस पूरे माह धनु के शनि व मकर में मंगल उच्च के होकर केतु के साथ अगांरक दोष बना कर विराजित रहेंगे।
* बुध 01 सितम्बर तक 9th हाउस में राहु के साथ जडत्व दोष बना रहे है, 02 से 17 सितम्बर तक 10th हाउस में सूर्य के साथ बुधादित्य योग बना रहे है व 18 सितम्बर से मंथ एण्ड तक स्वगृही, उच्च के व मूल त्रिकोण राशि के होकर सूर्य के साथ बुधादित्य योग बनाकर बनाकर विराजित रहेंगे।
* इस पूरे माह कर्क राशि में राहु विराजित रहेंगे।
* सूर्य 16 सितम्बर तक 10th हाउस में स्वगृही व 17 सितम्बर से मंथ एण्ड तक 11th हाउस में विराजित रहेंगे।
* शुक्र 12th हाउस में स्वगृही व तुला राषि के गुरू के साथ शंख योग बनाकर विराजित रहेंगे।
* चन्द्रमा 17 व 18 तारीख को 2nd हाउस में शनि के साथ विष दोष, 20 व 21 तारीख को 3rd हाउस में मंगल के साथ लक्ष्मी योग, केतु के साथ ग्रहण दोष, 6 व 7 तारीख को 9th हाउस में राहु के साथ ग्रहण दोष व 13 व 14 तारीख को 12th हाउस में गुरू के साथ गजकेसरी योग बनाकर विराजित रहेंगे।
इस माह मानसिक अशान्ति का समय:-
सितम्बर में चन्द्रमा जो कि मन और मस्तिष्क के कारक है, 4,5 सितम्बर को आंठवे, 13,14 सितम्बर को बारहवें और 22,23 सितम्बर को चैथे रहेंगे जो हो सकता है कि कुछ मानसिक अशांति का समय रहे अपना और अपनों का खयाल रखें।
बिजनस एंड वैल्थ:-
मंथ स्र्टाट आप अपने अर्थ लाभ को और मजबूत बनाने के लिए काम करते रहेंगे। हालांकि लाभ की मात्रा सीमित रहने से आपको लाभ उस अनुपात में नहीं मिलेगा। जिसकी अपेक्षा मे आप लगे हुए हैं। किसी अन्य को सलाह न दे हो सकता है वह सलाह गलत साबित हो जाए। बिजनस में सावधान रहे। मंथ हाफ में आपको निजी व सरकारी क्षेत्रों के उपक्रमों से अच्छा लाभ रहेगा। जिससे आप प्रसन्न रहेंगे। आत्मविश्वास बढ़ा हुआ रहेगा। आप अगर इस मंथ नई प्राॅपर्टी लेने की सोच रहे है तो यह मंथ आपके लिए अच्छा है। इस आप अपने सपनों को पूर्ण कर सकते है। आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। नया व्यापार करने की सोच रहे है तो बुजुर्गो की सलाह मशवहरा जरूर ले लें। 13, 20 व 21 तारीखे आपके लिए बिजनस से संबंधित किसी तरह का शुभ समाचार ला सकती है।
जाॅब और प्रोफेशन:-
कार्यक्षेत्र में कार्यों के संचालन से परेशान रहेंगे। वहीं आपको ऐसा प्रतीत होता रहेगा कि कुछ निर्णय लेने में चूक रह गई जिससे आप पिछड़ते जा रहे हैं। करियर के मामलों में आपको जहाँ कड़ी मेहनत की जरूरत रहेगी। वहीं आलस्य से बचने की जरूरत रहेगी। कार्यस्थल पर बाॅस से कुछ कहासुनी हो सकती है। संभल कर रहे। आॅफिस में हो रही राजनीति से जितना दूर रहेंगे उतना ही आपको अधिक फायदा होगा। जितना हो सके काम के प्रति लगाव रखे। जिसका फायदा आपको मिलेगा। सकारात्मक सोच के साथ-साथ धैर्य से काम लें। जल्दबाजी में कोई कार्य न करें अन्यथा उसका परिणाम भुगतना पड़ सकता है। 7,17 व 18 तारीखे आपके लिए अशुभ फलदायी रहेगी।
महिलाएं एण्ड फैमिली:-
आप व्यक्तिगत जीवन के संबधों को लेकर उत्साहित रहेंगे। मंथ हाफ कुछ कारणों से जीवनसाथी की नाराजगी परेशानी को बढ़ाने वाली रहेगी। जिससे आपके अन्तर मन में परेशानी होगी। आप अपने व्यवहार में सुधार लाएं नाराजगी को दूर करे। आपसी सामजस्य को ठीक करे। धीरे-धीरे संबंधों में सुधार से पुनः आपका दाम्पत्य जीवन पटरी पर आ जाएगा। रिस्तों में आ रही खटास इस मंथ में दूर हो सकती है। 13,14 व 21 तारीखों पर शुभ समाचार मिल सकता है।
विद्यार्थी और संतान सुख:-
आप अपने ज्ञान विज्ञान को और अच्छा बनाने में सक्षम रहेंगे। जिससे आने वाले समय में आपको अच्छा लाभ रहेगा। हालांकि आपको छोटी-छोटी परेशानियों से गुजरना पडे़गा। जिससे आप परेशान रहेंगे। इस दौरान आपके मन में कुछ अशान्ति का दौर रहेगा। जिससे आप परेशान रहेंगे। एकाग्रता के लिए प्राणायाम, योगा, मेडिटेशन नियमित रूप से करे। धैर्य की जरूरत रहेगी। संतान द्वारा कहीं धार्मिक स्थान पर ले जाने से आपका मन भक्तिमय होगा व आप स्वयं को आनंदित रहेंगे। 13,14 व 21 तारीखे आपके लिए शुभफलदायी रहेगी।
हैल्थ एंड एनिमी:-
आप अपने सेहत को संवारने तथा रोगप्रतिरोधक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास करते रहेंगे। जिससे आपको आने वाले समय में अच्छा लाभ रहेगा। हालांकि छोटी-छोटी पीड़ाओं से आप कुछ परेशान रहेंगे। आपको कुछ मानसिक पीड़ाएं भी रहेगी। जिससे आप परेशान रहेंगे। किन्तु उपचार लेने से फायदा रहेगा। पुराने विरोधियों द्वारा पुनः समस्या उत्पन्न की जा सकती है। 6, 17 व 18 तारीखे आपके लिए अशुभ रहेगी।
उपाय:-
2 सितम्बर कृष्ण जन्माष्टमी पर ऊँ गंभीरात्मा नमः मंत्र का जाप करते हुए भगवान कृष्ण का लहरिया वस्त्र से श्रृंगार करें व पंचामृत और काजू का भोग लगाएं। 7 सितम्बर बच्छ बारस के अवसर पर गाय को चपाती पर घी व शक्कर मिलाकर खिलाये। 13 सितम्बर गणेश चतुर्थी पर गणेशजी को सिंदूर और लाल फूल अर्पित करते हुए श्री विघ्नहरण संकट हरणाय नमः मंत्र का जप करें। 24 सितम्बर से श्राद्ध पक्ष स्र्टाट हो रहे है एक कटोरी में सैंधा नमक भरकर उसे अपने घर या व्यवसाय क्षेत्र में पूर्व दिशा में रखें, श्राद्ध समाप्त होने पर इस नमक को किसी चैराहे पर डाल दें।
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