नहाने के पानी में डालकर देखो इन्हें 100 प्रतिशत निखरेगा रूप सौन्दर्य का खजाना है इन उपायो में रूप चौदस के दिन राशि अनुसार रूप निखारे | SURESH SHRIMALI | GRAHON KA KHEL


 नहाने के पानी में डालकर देखो इन्हें 100 प्रतिशत निखरेगा रूप सौन्दर्य का खजाना है इन उपायो में

रूप चौदस के दिन राशि अनुसार रूप निखारे

नरक चतुर्दशी यानी रूपचतुदशी कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाने वाला एक त्यौहार है। जो कि इस वर्ष 3 दवअमउइमत 2021 को है। इसे नरक चौदस, रूप चौदस भी कहा जाता है। दीपावली से ठीक 1 दिन पहले मृत्यु के देवता यमराज की पूजा का विधान है। 

इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर तेल उबटन लगाकर स्नान करना चाहिए। ऐसा करने से आपका सौंदर्य और आत्मविश्वास दोनों में निखार आता है। वहीं जो लोग इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान नहीं करते, उनके वर्ष भर शुभ कार्यों में बाधा आती है। आज के दीपावली स्पेशल एपिसोड में जानेंगे रूप चतुर्दशी के दिन कौन से विशेष उपाय करें, साथ ही राशि अनुसार नहाने के पानी में ऐसा क्या मिलाए, जिससे प्राप्त होगा रूप और सौंदर्य। सुंदरता सिर्फ चेहरे की नहीं हमारे भीतर भी होनी चाहिए। ये सुंदरता आपके आत्मविश्वास, साहस भी हो सकती है।


 अब बात करते है विशेष उपाय जो करे इस शाम -

1. शाम के समय सभी देवताओं की पूजन के बाद तेल के दीपक जलाकर घर की चौखट के दोनों ओर, घर के बाहर व कार्य स्थल के प्रवेश द्वार पर रख दें।  ऐसा करने से लक्ष्मी जी सदैव घर में निवास करती हैं।

2. विशेषकर स्त्रियां आटे का चार कोनों वाला एक बड़ा दीपक जलाकर उसे घर के द्वार के बाहर रखे तथा यम देवता से अपने परिवार के लोगों के स्वस्थ, निरोगी और बलवान बनने की प्रार्थना करे । 

3. साथ ही इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करे। श्री कृष्ण मंदिर में मोरपंखी और माखन मिश्री का भोग लगाएं। ऐसा करने से आपको सौंदर्य की प्राप्ति होगी। 


अब जानते हैं राशि अनुसार नहाने के पानी में क्या मिलाए-

1. मेष के स्वामी मंगल हैं। इस राशि के लोगों को जल में लाल चंदन, लाल फूल मिलाकर स्नान करना चाहिए। स्नान के पश्चात लाल रंगा के वस्त्र धारण करने चाहिए।

2. वृषभ राशि के स्वामी शुक्र जो कि ऐश्वर्य और वैभव का कारक है। वृषभ राशि वाले पानी में पानी में इलायची, केसर, चमेली के फूल मिलाकर स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद सफेद वस्त्र धारण करें।

3. मिथुन राशि के स्वामी बुध हैं। जिस व्यक्ति का जन्म हुआ है उसे इसके लिए प्रातः पानी में हरी घास, शहद, मोती और सोना डालकर स्नान करना शुभ है। हरे रंग के वस्त्र पहने।

4. कर्क राशि के स्वामी चन्द्रमा हैं। आपको पानी में सफेद फूल, सफेद चंदन एवं मोती डालकर स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद सफेद वस्त्र धारण करें। आपको शुभ परिणाम देगा।

5. सूर्य देव सिंह राशि के स्वामी हैं। इसके लिए आपको पानी में लाल फूल, लाल चंदन, केसर और इलायची मिलाकर स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद नारंगी अथवा लाल शेड के वस्त्र पो पहने।

6. कन्या राशि वालों को अपने स्वामी बुध को खुश करने के लिए जल में शहद, मोती और सोना डालकर स्नान करे। स्नान के पश्चात हरे रंग या उससे मिलते-जुलते शेड्स के कपड़े पहनने चाहिए। 

7. तुला राशि के जातकों के स्वामी शुक हैं जो स्वयं ही रूप और सौंदर्य के प्रतीक हैं। आपको जल में केवड़े का रस, सफेद खुशबू वाले फूल डालकर स्नान करना चाहिए। फिर सफेद ही वस्त्र पहनने चाहिए।

8. वृश्चिक का स्वामी मंगल ग्रह है। इसके लिए जल में लाल फूल, लाल चंदन मिलाकर स्नान करने से शरीर निरोगी होने के साथ ही रूप में भी निखार आता है।

9. धनु राशि के स्वामी बृहस्पति हैं। गुरु की प्रसन्नता के लिए जल में कनेर के पीले फूल, पीला चंदन, शहद मिलाकर स्नान करना शुभ है। फिर पीले रंग के वस्त्र धारण करें।

10. मकर और कुंभ राशि के स्वामी शनि हैं। वो चाहे जिसको मालामाल बना दे चाहे जिसको कंगाल। इसके लिए आप जल में काला तिल, शमी के फूल या फिर कोई और नीला फूल मिलाकर स्नान करे।

12. मीन राशि के लोगों को अपने स्वामी ग्रह बृहस्पति को प्रसन्न करना चाहिए। पानी में पीले रंग के फूल, पीली सरसों के कुछ दाने डालकर नहाएं और पीले वस्त्र पहनें।

............................

इस प्रकार करे गोवर्धन पुजा, बडे से बडा कष्ट टाल देगे श्री कृष्ण 

बहुत सारे लोगो को नहीं पता सही विधी

गोवर्धन पूजा के दिन श्री कृष्णा दूर करेंगे संकट

कार्तिक महीने में शुक्ल पक्ष के पहले दिन यानि प्रतिपदा के दिन बताए जाने वाला पर्व है गोवर्धन पूजा। आज के दिवाली स्पेशल एपिसोड में जानेंगे गोवर्धन पूजा के दिन किए जाने वाले विशेष उपाय, जिससे श्री कृष्ण होंगे प्रसन्न और आपकी सभी मनोकामनाएं होंगी पूर्ण।

ये दिवाली के अगले दिन मनाया जाता है। इस वर्ष ये पर्व 6 नवंबर 2021 दिन शुक्रवार को है। आप लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं। यह प्रकृति की पूजा है, जिसका आरम्भ श्री कृष्ण ने किया था। कहते हैं आज के दिन प्रकृति के रूप मे गोवर्धन की पूजा और समाज के रूप में गाय की पूजा की जाती है। 

इसमें घर के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत की अल्पना बनाकर उनका पूजन करे। उसके बाद उन्हें अन्नकूट का भोग लगाये।


गोवर्धन पूजा की विधि 

जब ना अंधेरा हो, ना ही सूर्य अपनी किरणें बिखेर चुका हो, उस समय करनी चाहिए गोवर्धन पूजा। ब्रह्ममुहूर्त मंे स्नान करने से पहले तेलाभ्यंग जरूर करना चाहिए। यानि शरीर पर तेल जरूर मले। गाय के गोबर द्वारा एक छोटा-सा पर्वत बनाए, यदि गोबर आसानी से उपलब्ध ना हो पाए तो थोड़ी-सी मिट्टी लेकर उसे गिला करके छोटे से पर्वत का स्वरूप देना चाहिए, जिसके ऊपर का भाग नुकीला हो। जिस पर घास और फूल-पत्तियां रखनी चाहिए। फिर विधि अनुसार कुंकुम, चावल के द्वारा गोवर्धन पर्वत की पूजा करनी चाहिए। गुड़ का भोग लगाएं और वो ही भोग प्रत्येक घर के सदस्य को बांटें। इसके बाद आस-पास की स्त्रियां मिलकर श्रीकृष्ण के कुछ भजन गाएं, उनकी स्तुति करें और उनकी भक्ति में खुद को समर्पित करें। यही इस दिवस का मुख्य महत्व सिद्ध होता है।  


अब जानते है पांच खास उपाय-

1. संतान प्राप्ति के लिए उपाय- संतान प्राप्ति के लिए आज दूध, दही, शहद, शक्कर और घी से पंचामृत बनाएं और फिर उसमे गंगाजल और तुलसी मिला लें। इसके बाद भगवान कृष्ण को शंख में भरकर पंचामृत अर्पित कर दें और फिर क्लीं कृष्ण क्लीं का 11 माला जाप करें। ऐसा करने से आपकी मनोकामना पूरी होंगी।


2. आर्थिक सम्पन्नता और समृद्धि के लिए उपाय- इसके लिए आज गाय को स्नान करवाये। आपके घर के आस पास गाय नहीं हैं तो आप कामधेनु गाय की प्रतिमा को भी स्नान करवा सकते हैं और फिर उसका तिलक करें। उसके बाद उसे फल और चारा खिलाएं और फिर गाय की सात बार परिक्रमा करें। ऐसा करने से आर्थिक समृद्धि मिलेगी। शाम के समय दीप दान करे  यानी दिये जलाये।


3. संध्या समय में तुलसी की पूजा कर लाल चुनरी चढाए, घी का दीपक लगाकर माता तुलसी से लक्ष्मी रूप में घर पधारने की प्रार्थना करते हुए ऊं क्लीं कृष्णाय गोविन्दाय गोपीजन वल्लभाय की 5 माला करते हुए प्रार्थना करे।


4. तुसली पत्र तोड़ कर रात्रि में श्री कृष्ण का पंचामृत से अभिषेक श्रृंगार कर माखन मिश्री का भोग लगाए। इसके बाद बांस की बनी बांसुरी भगवान श्री कृष्ण को अर्पित कर आरती करें। अगले दिन सुबह  बांसुरी को रेशमी पीले वस्त्र में लपेट कर तिजोरी में रख दीजिये। अगले वर्ष उसे विसर्जित कर बांसुरी मंदिर में चढ़ा दीजिये ओर नई बांसुरी रखिये। ये उपाय करने से कभी भी धन की कमी नहीं आने देगा।


5. अगर आप अपना खुद का कोई बिजनेस करते हैं या नौकरी करते हैं, लेकिन उससे आपको कोई ज्यादा फायदा नहीं हो रहा है, तो अपने बिजनेस और नौकरी में तरक्की के लिये आज  सात कन्याओं को घर में आदरसहित बुलाकर उन्हें खीर खिलाएं, लेकिन कन्याओं को खिलाने से पहले कन्हैया जी को उसका भोग लगाना न भूलें। 


6. इसके साथ ही अपने काम में सफलता पाने के लिये आज रात के समय श्री कृष्ण के इस मंत्र का 11 बार जाप करें द्य मन्त्र है- श्ऊँ क्लीं नमो भगवते नन्दपुत्राय बालादिवपुषे श्यामलाय गोपीजन वल्लभाय स्वाहा।

अब हर बहन करेगी भाई की रक्षा, भाई की लंबी उम्र की कामना होगी सफल, जाने सही मुहुर्त व एक ऐसा उपाय जो हर लेगा भाई के सारे कष्ठ

भाईदूज पर करे, भाई की लंबी उम्र की कामना और बहना को मिले सुख समृद्धि

दीपावली को पर्वों की माला कहा जाता है। पांच दिनों तक चलने वाला यह पर्व केवल दीपावली तक ही सीमित नहीं रहता बल्कि यह त्योहार भैयादूज और लोकआस्था का महापर्व छठ पूजा तक चलता है। भैयादूज दीपावली के दूसरे दिन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को मनाया जाता है। रक्षा बंधन की तरह यह त्योहार भी भाई बहन के प्रति एक दूसरे के स्नेह को मजबूत बनाने का पर्व है। इस साल भाईदूज का पावन पर्व 6 नवंबर 2021 दिन शनिवार को है। इस साल भाई को तिलक करने का शुभ मुहूर्त दोपहर 12.15 से 01.30 बजे तक अभिजीत मुहूर्त एवं दोपहर 02.30 से 03.30 बजे तक लाभ-अमृत का चौघडिया रहेगा। 

इस दिन आप अपने भाई को तिलक लगाये। और भाई की लंबी उम्र और उज्जवल भविष्य के लिए पहले पूजा की थाली, फल, फूल, अर्पित कर, अक्षत, मिठाई, सुपारी चीजों का भोग लगाएं। इसके बाद घी का दीपक जलाकर भाई की आरती करें और शुभ मुहूर्त देखकर तिलक लगाएं। तिलक लगाने के बाद भाई को पान, मिठाई  खिलाएं।

तिलक और आरती के बाद भाई अपनी बहन की रक्षा का संकल्प ले और उन्हें उपहार गिफ्ट करें। आज की दिवाली स्पेशल एपिसोड में बात करेंगे, भाई दूज के दिन यदि आप अपने भाई को उनकी राशि के अनुसार तिलक करती हैं तो उन्हें जीवन की कई समस्याओ से मुक्ति मिल सकती है तो आइए जानते हैं भाई दूज पर भाई को राशि के अनुसार तिलक-

मेष राशि- जिनकी राशि मेश है उनकी बहन को अपने भाई को लाल चंदन का तिलक करना चाहिए।

 

वृषभ राशि- भाई को उनकी बहन  सफेद चंदन का तिलक करे। 


मिथुन राशि- भाई को उनकी बहन अष्टगंध का तिलक करे। इससे दोनों के भाग्य में वृद्धि होगी।


कर्क राशि- भाई को उन की बहन रोली का तिलक लगाकर उस पर चावल अवश्य ललाए। ऐसा करने से आपके भाई को मानसिक शांति की प्राप्ति होगी।


सिंह राशि- जिन बहनो के भाई की सिंह राशि हैं उन्हें अपने भाई को रोली का तिलक करना चाहिए। ऐसा करने से आपके भाई के मान-सम्मान में वृद्धि होगी।


कन्या राशि- भाइयों को उन की बहन अष्टगंध का तिलक करे। ऐसा करने से आप और आपके भाई के धन में वृद्धि होगी।


तुला राशि- इस राशि वाले भाइयों को उनकी बहन भाई दूज पर कुमकुम का तिलक कर उस पर दही लगाये।

 

वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि वाले भाई को उनकी बहन सिंदूर का तिलक करे।


धनु राशि- उनको अपने भैया को  चंदन से तिलक करना चाहिए।

 

मकर राशि- भाइयों को उनकी बहन हल्दी का तिलक करे। 


कुंभ राशि- भाई को रोली का तिलक कर ना श्रेष्ठ है।


मीन राशि- भाई को केसर का तिलक करे। इससे उनके मान सम्मान में वृद्धि होती है।

....................................

अब पैसो की परेशानी होगी खत्म,

माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के रामबाण उपाय

तुरंत प्रभाव से करे ये उपाय, वरना पछता ओगे

दिवाली पर करें विशेष उपाय। नेगेटिविटी और दरिद्रता को दूर भगाएं

दीपावली पर्व की आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। 4 नवंबर 2021, को पूरे देशभर में दीपावली का त्योहार मनाया जाएगा। इस पर्व पर घरों को दीओ से रोशन कर के अपने मन के अंधकरा को दूर करते हैं। साथ ही दीपावली पर मां लक्ष्मी और गणेश की पूजा-अर्चना का खास महत्व है। लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त करने के लिए इससे अच्छा कोई दूसरा शुभ दिन नहीं होता है। 

क्यों कि पॉजिटिव और नेगेटिव एनर्जी हमारे आसपास के वातावरण में मौजूद होती है। जिसका हमारे ऊपर खासा प्रभाव पड़ता है। जहां पॉजिटिव एनर्जी हमारे काम बनाती है, वही नेगेटिव एनर्जी हर चीज में बाधा डालती हैं और आगे बढ़ने से रोकती हैं। अगर आपके घर और जीवन में नकारात्मक ऊर्जा से समस्याएं आ रही है तो आज के दीपावली स्पेशल एपिसोड में बात करेंगे, सात चमत्कारिक उपा यो कि जिन्हें करने से आपको मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होगा और रिद्धि सिद्धि आपके घर दौड़ी दौड़ी चली आएगी। और नेगेटिविटी आपसे कोसो दूर चली जाएगी।

आइए जानते हैं उन 7 उपायों के बारे में

1. दीवाली के दिन एक नयी झाड़ू खरीद लायें। पूजा से पहले उससे थोड़ी सी सफाई करें, फिर उसे एक तरफ रख दें। अगले दिन से उसका प्रयोग करें। इससे दरिद्रता दूर भागेगी ओर लक्ष्मी का आगमन होगा।

2. दिवाली की रात्रि अपनी तिजोरी में चांदी के पात्र में शहद, चमेली का इत्र और केसर रखें। जिसे अगली दीवाली पर बदल दें। इससे आपको धन लाभ होगा।

3. दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के बाद घर के सभी कमरों में घण्टी और शंख का बजाए। इससे तनाव, नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता का नाश होगा।

4. दीपावली के दिन प्रातः पूजा के समय तांबे के लोटे में शुद्ध जल भरकर उसमें थोड़ी हल्दी मिलाकर रखे, पूजा के बाद इस जल को पीले फूल से पूरे घर में थोड़ा थोड़ा छिड़के। बचा हुआ जल तुलसी या केले के पौधे में चड़ा दें।

5. दीपावली के रात्रि को काले तिल परिवार के सभी सदस्यों के सर से सात बार उसार कर उसे घर के नॉर्थ फेस में फेंक दें। ऐसा करने से बीमारी आप से दूर रहेगी। 

6. दीपावली के रात अमावश्या होती है। इसलिए अपने पूर्वजो को अवश्य याद करें। प्रातः उनका तर्पण करें और किसी वृद्ध और गरीब व्यक्ति को भोजन कराएँ या यथा शक्ति दान दें, ऐसा करने से आपको पित्तरों का आशीर्वाद प्राप्त होगा और घर में सुख शांति बनी रहेगी।

7. दीपावली के दिन घर का मुखिया पूजा के बाद घर के सभी सदस्यों को कुछ न कुछ उपहार अवश्य दें। ये उपाय आपसी प्रेम और अपनेपन को बढ़ाता है।

आपको इन उपाय को खुद भी करना है। और अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को भी इसे शेयर करना है। क्यों की दरिद्रता और नकारात्मकता किसी भी इंसान के लिए अभिशाप से कम नहीं। इस संसार में ऐसे कई लोग हैं जो लगातार मेहनत करने के बाद भी सुख चौन नहीं प्राप्त कर पाते। ऐसे में अगर आप यह उपाय करते हैं तो मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होगा, साथ ही आपका और आपके अपनो का जीवन सुख समृद्धि से भर जाएगा। एक बार फिर आप सभी को दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। स्वस्थ रहें और मस्त रहें। 

...................................








मुख्य द्वार से आएगी लक्ष्मी, खुद महसूस करेगे फर्क सिर्फ 48 घण्टो में

इस दिपावली घर का मुख्य द्वार खोलेगा बन्द किस्मत का ताला

दीपों का त्यौहार आने से पहले साफ-सफाई करना सबसे जरूरी होता है। जिससे की देवी लक्ष्मी प्रसन्न होकर हमारे घर में प्रवेश करें और फिर कभी हमारा बसेरा छोड़ कर न जाएं। इसी कड़ी में घर के मुख्य द्वार का आपकी तरक्की में विशेष योगदान होता है। इसलिए इस दीपोत्सव के पांच दिनों के दौरान आप  लक्ष्मीजी को प्रसन्न करने के लिए मुख्य द्वार और उसके आसपास साफ-सफाई करके दरवाजे को आकर्षक ढंग से सजाएं। इससे आपका घर-आंगन खुशियों की दीप मालाओं से सज जाएगा।

आज के दीपावली स्पेशल एपीसोड में जानेंगे घर-आंगन और दुकान के मुख्य द्वार पर कौनसी वस्तुओं लगाने या सजाने से माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है। साथ ही परिवार में सुख-समृद्धि, अच्छी सेहत आती है। बढ़ते है आगे, घर के मेन गेट को कैसे सजाए और किन चीजों का रखें ध्यान....।

1. इस धनतेरस से घर या दुकान के मेन गेट के पास किसी बर्तन में पानी भरकर उसमें फूल रख दें। पानी और फूल से भरे इस बर्तन को द्वार के ईस्ट या नॉर्थ डायरेक्शन में रख दें। फूलों से सजा यह बर्तन रखने से घर के खुशनुमा माहौल तो बनेगा ही साथ में नेगेटिव एनर्जी भी होगी दूर।

2. दीपावली पर घर के मेन गेट पर मातालक्ष्मीजी के पदचिह्न लगाये या बनाए। ऐसा करना आपके परिवार के लिए शुभ रहेगा। लेकिन इस बात का जरूर ध्यान रखें कि मा के पैर की दिशा घर के अंदर प्रवेश करते हुई होना चाहिए।

3. दीपावली से पहले घर के दरवाजे पर सुंदर और कलरफुल वंदर माला लगाए। ये आप आम पत्तियों, पीपल या अशोक के पेड़ की पत्तियों से बनाये। इससे घर में पॉजीटिव एनर्जी आती है।

4. धनतेरस से पहले घर या दुकान के मुख्य द्वार के ऊपर लक्ष्मीजी की तस्वीर लगाए। तस्वीर ऐसी हो जिसमें मां लक्ष्मी कमल के फूल पर बैठी हुई हैं।

5. घर-दुकान के दरवाजे पर चांदी का स्वास्तिक लगाए। इससे घर में बीमारियों का वास नहीं होगा। जो ऐसा नहीं कर पाते हैं वे लाल कुमकुम से भी स्वास्तिक बनाए, तो घर में सुख-समृद्धि आएगी।

7. घर या ऑफिस, फैक्ट्री के मुख्य द्वार पर ओम का चिह्न बनाये। दरवाजे के आसपास शुभ-लाभ भी लिखे। ऐसा करने से घर में शुभ और लाभ ही प्रवेश करते हैं। बीमारियां, परेशानियां, नहीं।

दर्शकों, प्रवेश द्वार पर प्रतीक चिन्ह का अपना एक अगल महत्व होता है। अगर इन उपायों में से आप कोई उपाय ना भी कर पाए, तो आपको घबराने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है क्योंकि अध्यात्मिक साधना सिद्धि केंद्र ने आपके लिए पंच दिवसीय पर्व पर तैयार किया है शुभ लाभ का चिन्ह। शुभ लाभ के जिनको आप अपने घर के मुख्य द्वार पर लगाकर घर में पॉजिटिव एनर्जी और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।तो दर्शकों, पंच महोत्सव से पूर्व कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें मेन गेट के पास सजाने से देवी लक्ष्मी तो आकर्षित होती हैं, साथ में धन से लेकर सेहत घर-परिवार हरा-भरा रहता है।

............................




Comments