कार्तिक पूर्णिमा व देवताओं की दीपावली पर कृपा पाने के लिए आप जरूर करें यह सात काम | SURESH SHRIMALI | GRAHON KA KHEL

 कार्तिक पूर्णिमा व देवताओं की दीपावली पर कृपा पाने के लिए आप जरूर करें यह सात काम

इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करके, दीपदान किया जाता है। दान-पुण्य करने के लिए कार्तिक पूर्णिमा का दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसे त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन पूजन-पाठ, कर्मकांड करना बहुत शुभ होता है। सनातन धर्म में वैसे तो सभी पूर्णिमाओं का विशेष महत्व है। लेकिन उन सब में से कार्तिक पूर्णिमा का स्थान सबसे विशेष है। इस साल कार्तिक पूर्णिमा 19 नवंबर, शुक्रवार को है। कार्तिक माह में ये बहुत शुभ दिन है। देव दीपावली क्यो मनाते है पिछे पौराणिक कथाओं है आइऐ जानते है।


देव दीपावली क्यो मनाते है? 

पौराणिक कथाओं के मुताबिक त्रिपुरासुर नाम के एक राक्षस ने प्रयाग में कठोर तप किया। उसका तप इतना कठोर था कि उसके तेज से तीनों लोक जलने लगे थे। आखिरकार ब्रह्मा जी प्रकट हुए और उन्होंने त्रिपुरासुर से वरदान मांगने के लिए कहा। तब राक्षस ने वरदान मांगा कि उसे देवता, स्त्री, पुरुष, जीव ,जंतु, पक्षी, निशाचर कोई भी ना मार सके।  

ब्रह्मा जी ने यह वरदान दे दिया लेकिन इसके बाद त्रिपुरासुर ने तीनों लोकों में ऐसा आतंक मचाया कि देवता परेशान हो गए। तब ब्रह्मा जी ने देवाताओं को भगवान शिव के पास जाने की सलाह दी। देवताओं ने भगवान शंकर से प्रार्थना की कि वे इस राक्षस के आतंक से मुक्त कराएं। इसके बाद कार्तिक पूर्णिमा के ही दिन भगवान शंकर ने त्रिपुरासुर का वध कर दिया। इसलिए इसे त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहते हैं। त्रिपुरासुर के आतंक से मुक्त हुए देवताओं ने दीप जलाकर खुशियां मनाई थीं। वही दूसरी और इसी दिन भगवान विष्णु ने मत्स्यावतार ले कर प्रलय काल में धरती पर जीवन की रक्षा की थी। इसीलिए इस दिन देव दीपावली मनाई जाती है और दीपदान किया जाता है।

कार्तिक पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष उपाय करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। आइए जानते है- 

1. वैसे तो धार्मिक नदियों में कुशा स्नान करने का विशेष महत्व है। ऐसा संभावना हो तो घर में ही नहाने के जल में गंगाजल के कुछ बूंदे मिलाकर नहाना करना चाहिए। ऐसा करने से सभी तरह के रोगों से मुक्ति मिलती है और घर में सौभाग्य बना रहता है।

2. घर के मेन गेट पर हल्दी मिश्रित जल को डाल कर हल्दी से स्वास्तिक बनाए और आम या अशोक के पत्तों की वंदरमला बाधनी चाहिए। घर में पॉजिटिव एनर्जी के साथ मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

3. गांगा जी के घाट पर दीप दान करे। किसी नदी में दीपदान या किसी मंदिर में दीपदान जरूर करे। ऐसा करने से सभी देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।

4. तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है, कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी में दीप जलाए, उनके जड़ की मिट्टी का तिलक लगाए। ऐसा करने से कार्यों में सफलता मिलती है।

5. शिवलिंग पर दूध, दही, धी, शहद और गंगाजल से अभिषेक करे। भगवान भोलेनाथ सभी मनोकानाएं पूरी करते हैं।

6. भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा करे व चंद्रमा दर्शन करने के साथ अर्घ्य भी दे।

7. इस दिन दान का विशेष महत्व है। चावल, तिल, दूध का दान करे।

कार्तिक पूर्णिमा के दिन इन उपायों को करने से आपके घर में सुख शांति और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद सदैव के लिए बना रहेगा।



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