धनतेरस पर राशि अनुसार घर क्या लाए क्या नहीं, एक विशेष उपाय जो बना देगा मालामाल | SURESH SHRIMALI | GRAHON KA KHEL

 धनतेरस पर राशि अनुसार घर क्या लाए क्या नहीं, एक विशेष उपाय जो बना देगा मालामाल

औषधियों के जनक भगवान धनवंतरी की जयंती यानी धनतेरस दिवाली के दो दिन पहले मनाया जाने वाला पर्व है। कहा जाता है कि समु्द्र मंथन के दौरान भगवान धनवंतरी और मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था, यही वजह है कि धनतेरस को भगवान धनवंतरी और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। हर साल धनतेरस पर ग्रहों, नक्षत्रों और तिथियों के अनुसार कुछ चीजों की खरीदारी बहुत शुभ होती है। 

धनतेरस की तिथि से पांच दिनों तक चलने वाले दीपावली महापर्व का आरंभ हो जाता है। इस दिन नई चीजें खरीदने की परंपरा है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि इस दिन जो भी सामान घर में लेकर आते हैं, उसमें तेरह गुना की वृद्धि होती है। इस वर्ष धनतेरस का पर्व 02 नबंवर 2021 मंगलवार को कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी की तिथि में मनाया जाएगा। धनतेरस पर लोग इस कामना के साथ नया सामान घर में लाते हैं कि उनके घर में सुख-समृद्धि बनी रहे। आज दिवाली स्पेशल एपिसोड में जानेंगे धनतेरस पर सामान खरीदते समय  किन चीजों को खरीदना शुभ रहता है और किन चीजों को खरीदने से बचना चाहिए। तो चलिए जानते हैं धनतेरस पर क्या खरीदें क्या नहीं...

मेष राशि- लोहे की बनी वस्तु, चमड़ा, केमिकल खरीदने से बचे। सोना, चादी, बर्तन, गहने, हीरा, कपड़े खरीदना आपके लिए शुभ है।

 

वृषभ राशि- आपके लिए सोना, चादी, पीतल, कासा, हीरा, मसमबजतवदपब पजमउ ओर बर्तन की खरीदारी शुभ है। फर्टिलाइजर्स, वाहन, तेल, चमड़े एवं वुडन फर्नीचर से बनी वस्तुओं को खरीदने से बचें।


मिथुन राशि- आपके लिए जमीन, मकान, प्लॉट के सौदे, सोना, चादी खरीद सकते हैं। लोहे की बनी वस्तु, केमिकल खरीदने से बचे। 


कर्क राशि- सफेद वस्तु, चादी, इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदना अच्छा रहेगा। नया वाहन घर लाने की सोच रहे है तो यह पेफेक्ट समय है। फर्टिलाइजर्स, वाहन, तेल, चमड़े एवं वुडन फर्नीचर से बनी वस्तुओं को खरीदने से बचें।


सिंह राशि- फैमली के किसी अन्य सदस्य के नाम पर खरीदारी करें तो बेहतर होगा। पर आपको सोना खरीदने से बचना है। शेयर में निवेश नही करें व लोहे से बनी चीजें न खरीदें।


कन्या राशि- इस दिन आप हीरा, सोना, जमीन, चादी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, वाहन, फर्नीचर की खरीदारी करें। लोहे से बनी चीजें न खरीदें। 


तुला राशि- इस दिन आप सोना, ताबा व कासे से बनी चीजें, नया वाहन खरीद कर घर लेना आपके लिए शुभ है। लोहे की चीजो से परहेज करे।


वृश्चिक राशि- आप परिवार के किसी अन्य सदस्य के नाम पर खरीदारी कर सकते हैं। इस दिन आप चादी, बर्तन, पीतल, वस्त्र, खरी द सकते हैं। वहीं लोहे की वस्तुं व सोना न खरीदें।


धनु राशि- इस राशि वालो को सोना, हीरा, पीले कपडे, गेहूं खरीदना बहुत शुभ हैं। चमड़ा, केमिकल खरीदने से बचे। 


मकर राशि- आपको इस दिन नए वस्त्र एवं सोना खरीद कर लाना फायदा देने वाला होगा। सजावटी सामान, वाहन, किताबें भी खरीद सकते हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम न खरीदें व प्रॉपटी में इन्वेस्ट न करें।


कुंभ राशि- आपके लिए इन्वेस्ट करने के लिए यह दिन बहुत अच्छा है। किताबें, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम, लकड़ी का फर्नीचर, एवं सजाने के समान खरीदना बहुत शुभ है। सोना खरीदने से बचे।


मीन राशि- सोने, चादी, खरीदने का अच्छा अवसर है। शेयर न खरीदें।


अब जानते है वो खास उपाय जो आप सभी के जीवन में लाएगा सुख समृद्धि 

धनतेरस की पूजा के बाद, दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर घर में चारों तरफ थोड़ा-थोड़ा छिड़के। घर के मुख्य द्वार के बाहर 13 दीपक प्रज्वलित कर उसमें 1-1 लॉन्ग डालें। ये उपाय करने से साल भर रहेगा मा लक्ष्मी का आशीर्वाद।

यहां दीपावली पर 13 जगहों पर जरूर रखे एक दीपक, बदल जाएगी किस्मत,

दीवाली की रात्रि 13 दीपक से पाएं सुख समृद्धि

दीपावली की आप सभी को बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं। साल का सबसे बड़ा त्यौहार दीपावली का त्यौहार है। दीपावली की अमावस्या सिद्ध रात्रि में गिनी जाती है। मां लक्ष्मी मां सरस्वती और गणेश जी के साथ-साथ अनेकों देवी-देवताओं का पूजन और अहान इस रात्रि में किया जाता है।

इस साल दिवाली 4 नवंबर 2021 के दिन मनाई जाएगी, हिंदू परंपराओं में पांच तत्वों का बहुत महत्व है। यह पांच तत्व है पृथ्वी, जल, अग्नि, आकाश और वायु। यह संयुक्त रूप में होकर सृष्टि व ईश्वर का निर्माण करते हैं। पांच तत्वों में अग्नि को सबसे ज्यादा पवित्र माना जाता है।

शादी- विवाह, होम कोई भी यज्ञोपवित कार्य हो बिना अग्नि के वो कार्य अधूरा माना जाता है। अग्नि का तात्पर्य है कोई भी बुरी चीज अगर उसमें डालें तो वह भी पवित्र हो जाती है।  

इसीलिए हमारे जीवन के जो भी पवित्र कार्य, अनुष्ठान, पूजा पाठ होते हैं उसमें दीपक का बहुत महत्व होता है। दिवाली तो सोए दीपों की रात्रि होती है। इसलिए अपने घरों में मिट्टी का दीपक एकाग्र मन से जरूर जलाना चाहिए। क्योंकि एकाग्र मन से की गई प्रार्थना शीघ्र स्वीकार होती है।

अब खास बात कि दीपक सही जगह जलाया जाए तो उसके विशेष फल प्राप्त होते हैं, दिवाली के दिन माता लक्ष्मी पृथ्वीं पर भ्रमण करती हैं। इस दिन माता लक्ष्मी आपके घर में प्रवेश करें इसके लिए विशेष है दीपको को कुछ विशेष स्थानों पर जलाना न भूलें। तो आइये जानते हैं दिवाली पर कहां-कहां दिए जलाने चाहिए...

1. दिवाली के दिन घर के पूजा स्थान में दीपक अवश्य जलाएं। यह दीपक पूरी रात पूजा स्थान पर जलता रहना चाहिए। यदि यह दीपक आपके पूजा स्थल पर पूरी रात जलता है तो मां लक्ष्मी आपसे प्रसन्न रहेंगी और आपके जीवन में कभी भी धन संबंधी कोई भी परेशानी नही आयेगी।

2.दिवाली के दिन घर के मुख्य द्वार की चौखट पर दीपक अवश्य जलाना जलाए । क्योंकि मां लक्ष्मी का आगमन घर में मुख्य द्वार से ही होता है। इसके अलावा घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से घर में नेगेटिव एनर्जी प्रवेश नहीं करेगी।

3.दिवाली की रात में घर के आंगन में भी दीपक अवश्य जलाये। ये दीपक भी रात भर जलता रहना चाहिए। क्योंकि मां लक्ष्मी का आगमन घर के आंगन से ही होता है। 

4.दिवाली की रात में किसी बेलपत्र के पेड़ के नीचे दीपक अवश्य जलाये। ऐसा करने से आपके जीवन की सभी परेशानियां समाप्त हो जाएगी और भगवान शिव का आर्शीवाद भी प्राप्त होगा।  

5. यदि आपके घर के आस-पास कोई मंदिर हो तो वहां पर जाकर दीपक अवश्य जलाएं। ऐसा करने से आपको न केवल माता लक्ष्मी का बल्कि सभी देवी देवताओं का आर्शीवाद प्राप्त होगा और आपके जीवन में चल रही सभी परेशानियों का अंत होगा। अब बात करते है 

छटा दीपक तुलसी के पास, सातवा दीपक पानी रखने के स्थान यानी परिंडे के पास, आठवा दिपक पीपल के पेड़ के नीचे,  नोवा दीपक कचरा रखने वाले स्थान पर, दसवा दीपक अपने कुलदेवी के नाम पर, 11वा, बारवा दीपक अपने पितरों के नाम पर और तेरवा दीपक घर के आसपास किसी सुनसान जगह पर जरूर प्रज्वलित करें। यह तेरह दीपक आपके जीवन में माता लक्ष्मी की कृपा से सुख समृद्धि बनाए रखेंगे। एक विशेष बात ज्यादा से ज्यादा मिट्टी के दीपक प्रज्वलित करें।

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दीवाली पर मुख्य द्वार लाए सेहत से लेकर समृद्धि

मुख्य द्वार पर कर ले,ये काम लक्ष्मी जी आयेगी दौड़ी दौड़ी

दीपों का त्यौहार आने से पहले साफ-सफाई करना सबसे जरूरी होता है। जिससे की देवी लक्ष्मी प्रसन्न होकर हमारे घर में प्रवेश करें और फिर कभी हमारा बसेरा छोड़ कर न जाएं।

इसी कड़ी में घर के मुख्य द्वार का आपकी तरक्की में विशेष योगदान होता है। इसलिए इस दीपोत्सव के पांच दिनों के दौरान आप लक्ष्मीजी को प्रसन्न करने के लिए मुख्य द्वार और उसके आसपास साफ-सफाई करके दरवाजे को आकर्षक ढंग से सजाएं। इससे आपका घर-आंगन खुशियों की दीप मालाओं से सज जाएगा।

आज के दीपावली स्पेशल एपीसोड में जानेंगे घर-आंगन और दुकान के मुख्य द्वार पर कौनसी वस्तुओं लगाने या सजाने से माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है। साथ ही परिवार में सुख-समृद्धि, अच्छी सेहत आती है। बढ़ते है आगे, घर के मेन गेट को कैसे सजाए और किन चीजों का रखें ध्यान....।

1. इस धनतेरस से घर या दुकान के मेन गेट के पास किसी बर्तन में पानी भरकर उसमें फूल रख दें। पानी और फूल से भरे इस बर्तन को द्वार के ईस्ट या नॉर्थ डायरेक्शन में रख दें। फूलों से सजा यह बर्तन रखने से घर के खुशनुमा माहौल तो बनेगा ही साथ में नेगेटिव एनर्जी भी होगी दूर।

2. दीपावली पर घर के मेन गेट पर मातालक्ष्मीजी के पदचिह्न लगाये या बनाए। ऐसा करना आपके परिवार के लिए शुभ रहेगा। लेकिन इस बात का जरूर ध्यान रखें कि मा के पैर की दिशा घर के अंदर प्रवेश करते हुई होना चाहिए।

3. दीपावली से पहले घर के दरवाजे पर सुंदर और कलरफुल वंदर माला लगाए। ये आप आम पत्तियों, पीपल या अशोक के पेड़ की पत्तियों से बनाये। इससे घर में पॉजीटिव एनर्जी आती है।

4. धनतेरस से पहले घर या दुकान के मुख्य द्वार के ऊपर लक्ष्मीजी की तस्वीर लगाए। तस्वीर ऐसी हो जिसमें मां लक्ष्मी कमल के फूल पर बैठी हुई हैं।

5. घर-दुकान के दरवाजे पर चांदी का स्वास्तिक लगाए। इससे घर में बीमारियों का वास नहीं होगा। जो ऐसा नहीं कर पाते हैं वे लाल कुमकुम से भी स्वास्तिक बनाए, तो घर में सुख-समृद्धि आएगी।

7. घर या ऑफिस, फैक्ट्री के मुख्य द्वार पर ओम का चिह्न बनाये। दरवाजे के आसपास शुभ-लाभ भी लिखे। ऐसा करने से घर में शुभ और लाभ ही प्रवेश करते हैं। बीमारियां, परेशानियां, नहीं।

दर्शकों, प्रवेश द्वार पर प्रतीक चिन्ह का अपना एक अगल महत्व होता है। पंच महोत्सव से पूर्व कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें मेन गेट के पास सजाने से देवी लक्ष्मी तो आकर्षित होती हैं, साथ में धन से लेकर सेहत घर-परिवार हरा-भरा रहता है।

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इस दीवाली बनेगी चार ग्रहों की युति कई सालों बाद बन रहा है दुर्लभ संयोग

दीपावली सभी के लिए शुभ हो, महालक्ष्मी माँ सदैव सभी पर कृपालु रहे, ये हम प्रार्थना करते ही हैं पर जब किसी खास त्योहार से पूर्व अतिशुभ और दुर्लभ योग का आभास होता है तो फिर हमारे दर्शकों के साथ ऐसी खुशखबरी हम सबसे पहले ैींतम करना चाहते हैं। 

दुःख, दारिर्द्य, हताशा, अंधेरे और अज्ञान का नाश करके सुख, समृद्धि, उत्साह, उजाला करने और ज्ञान चक्षु खोलने वाले महापर्व दीपावली पर, सिद्धियों व निधियों की अधिष्ठात्री विष्णुप्रिया महालक्ष्मी की महापूजा के शुभ अवसर पर, एक दुर्लभ योग बन रहा है। 

जी हां, ।ेजतवसवहपबंससल इस साल की दिवाली लगभग सभी राशियों के लिए बहुत ही ंनेचपबपवने चतववअम होने वाली है। इस साल चार नवंबर को गुरुवार के दिन दिवाली मिेजपअंस बमसमइतंजम किया जाएगा। इस दिन चार ग्रह एक ही राशि में रहेंगे। इस वजह से अतिशुभ योग बन रहा है, जो कई सभी राशियों के लोगों को फ़ायदा पहुंचाएगा। दिपावली के त्योहार पर महालक्ष्मी और प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश की पूजा की जाती है। इस दुर्लभ योग में मां लक्ष्मी की पूजा करने से देवी बहुत प्रसन्न और कृपालु, सुख-समृद्धि दायक सिद्ध होगी।


दीपावली का पर्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है। इस साल यह दिन 4 नवंबर को है और इस बार महापर्व दीपावली के दिन सूर्य, बुध, मंगल और चंद्रमा तुला राशि में गोचर करेंगे। चार ग्रहों की इस युति से दीपावली के दिन अतिशुभ और श्रेष्ठ योग बन रहा है।


इस दुर्लभ और अद्भुत संयोग वाले ज्योतिषीय समीकरण से इस बेहद पउचवतजंदज मिेजपअंस का वनजेजंदकपदह होना लगभग तय है। तुला राशि के स्वामी शुक्र हैं और लक्ष्मी जी की पूजा के लिए शुक्रवार का दिन सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि लक्ष्मी जी की पूजा से शुक्र ग्रह के शुभ परिणाम और बढ़ जाते हैं। ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह अच्छी ज़िंदगी, सुख-सुविधाओं आदि का कारक होता है, जबकि सूर्य ग्रहों के राजा, मंगल को ग्रहों के सेनापति और बुध ग्रहों के राजकुमार माने जाते हैं। वहीं चंद्रमा को मन का कारक होता है। इसके अलावा सूर्य पिता तो चंद्रमा को माता माना गया है। ऐसे में जब ये सभी शुभ ग्रह एक साथ एक ही राशि में रहते हैं तो सभी लोगों के लिए बहुत ही शुभ परिणाम देते हैं।


आज का एपिसॉड बस यहीं तक। अगले एपिसॉड में फिर होगी आपसे मुलाक़ात, लाएंगे आपके लिए एक खास नया टॉपिक, तब तक के लिए अनुमति दीजीए, नमस्कार।

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