Navratra-2018 || नवरात्राः नौ दिन व्रत न रख सकें तो क्या करें? | Suresh Shrimali
नवरात्राः नौ दिन व्रत न रख सकें तो क्या करें?
जैसा मैनें बताया कि आजकल लोगों के पास खासकर युवा पीढी के पास इतना समय नहीं है कि वे नौ दिन तक सप्तसती का पाठ करें, या नौ दिन तक व्रत रख पाएं। क्योंकि अधिकांश लोगों को इस दौरान यात्रा आदि पर जाना होता है, अन्य भी कार्य होते हैं, अतः वे नौ दिन पूजा व व्रत नहीं रख पाते। अगर नौ दिन व्रत नहीं रख पाते हैं तो अपनी शक्ति व सुविधा के अनुसार सप्तरात्र, पंचरात्र, त्रिरात्र अथवा एक रात्र, युग्मरात्र व्रत करना चाहिए। प्रतिपदा से सप्तमी तिथि तक व्रत करने को सप्तरात्र व्रत कहा जाता है। पंचमी का एक भुक्त यानी एक बार भोजन कर, षष्ठी को नक्तव्रत यानी रात्रि में भोजन, सप्तमी को आयाचित यानी बिना मांगे, अष्टमी को उपवास और नवमी का पारणा करने से पंचरात्र व्रत पूर्ण होता है। त्रिरात्र व्रत सप्तमी, अष्टमी व नवमी को एक बार भोजन करने से पूरा होता है। एक रात्र व्रत प्रतिपदा से नवमी के बीच किसी एक तिथि को व्रत रखने से तथा युग्मरात्र व्रत आरंभ और अंतिम दिन व्रत रखने से होता है यानी प्रतिपदा एवं नवमी। यदि आप नौ दिन व्रत नहीं कर पाएं तो इनमें से कोई भी व्रत आप संकल्प पूर्वक करें तो निश्चित ही मनोकामना की पूर्ति व सिद्धि प्राप्त होती है।
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