कितना शुभ है आपका मोबाइल नम्बर ? || Suresh Suresh


कितना शुभ है आपका मोबाइल नम्बर



   एक वैज्ञानिक रिसर्च में सामने आया है कि मोबाईल माईक्रोवेव, विकीरण फैलाते है, जिससे मनुष्य के शरीर में हाई ब्लड प्रेशर, सिरदर्द, ब्रेन ट्यूमर, इल्लाईमश आदि कई अन्य बीमारियां हो सकती है। इससे निकलने वाली विद्युत चुम्बकीय तरंगें उपभोक्ता के मस्तिष्क के उत्तकों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। उन लोगों को ब्रेन कैंसर होने का खतरा है जो इसका अधिक उपयोग करते है। यह रेडिया टर्मिनल्स अथवा रेडियो फ्रिक्वेन्सी विकिरण ऊर्जा छोड़ता है जो उत्तकों को गर्म कर देते हैं। इससे स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा हो सकता है। लेकिन मोबाइल आज के दौर में एक ऐसे गैजेट बन चुका है कि बिना इसके यंगस्टर्स, हर व्यक्ति इसके खतरों से वाकिफ है। मगर हम दूसरी बात करते हैं।

    मोबाइलों में रिलायन्स, एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया, टाटा आदि के अलग- अलग सीरिज नंबर है। जीवन में अंकों का बड़ा महत्व है। अंक शास्त्र के अनुसार व्यवसाय, व्यापार, उद्योग आदि से जुडे़े व्यक्तियों के अलग-अलग मूलांक, नामांक, भाग्यांक, सुयक्तांक होते हैं। क्या आपके मोबाइल नंबर में इनमें से लक्की नंबर है या नहीं? हैं, फिर जो नंबर जो अंक आप रात-दिन मोबाइल द्वारा प्रयोग में लाते हैं, वह कितने शुभ या अशुभ है, यह जन्म कुण्डली के मूलांक, भाग्यांक फिर आपके नाम के सयुक्तांक से ही जाना जा सकता है। यही नहीं आवश्यक हो तो नामांक के अक्षरों को कम करके अथवा उन्हें बढ़ाकर नकारात्मक प्रभावों को कम भी किया जा सकता है। जरा गहराई से समझियें कि सौरमण्डल के कुल 09 ग्रह है। हमारे अंक भी 09 है। पहले ग्रहों की खोज की गई, फिर अंकों का जन्म हुआ माना गया है। इसके बाद ही जन्म कुण्डली को खोजपूर्ण निर्धारण हो पाया है। क्योंकि अंकों के बिना जन्मकुण्डली बना पाना असंभव है। यह भी माना जा चुका है कि सूर्य की उत्पति ब्रह्माण्ड के पूर्व हुई थी इसीलिए सूर्य को नंबर 01 दिया गया। बाकी सब अंक बाद में बने। लेकिन विज्ञान के मत से ब्रह्माण्ड पहले कभी जलता हुआ पिण्ड था। सूर्य की उत्पति भी इसी पिण्ड से हुई थी अगर इसे शून्य यानी 0 मानें तो सभी अंक 0 से निकलकर इसी 0 में विलीन हो जाते है। यानि अंक में 1 से लेकर 0 तक के अंक का प्रतिनिधि अंक 10 है। जिसमें गिनती के सभी अंक 10 तक पहुंचने के बाद पुनः आवृत्ति करते है। इनमें 0 ब्रह्माण्ड का प्रतीक कहा जाता है। इसी तरह सभी 1 से 9 तक के अंक ग्रहों से संबंध रखकर अपनी-अपनी विशेषताएं रखते हैं। यह अंक ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते है। जैसे 1 अंक सूर्य, 2 अंक चन्द्र ग्रह, 3 अंक गुरू ग्रह, 4 अंक राहु-सूर्य-संयुक्त ग्रह, 5 अंक बुध ग्रह, 6 अंक शुक्र ग्रह, 7 अंक केतु-चन्द्र संयुक्त ग्रह, 8 अंक शनि ग्रह, 9 अंक मंगल ग्रह के प्रतिनिधि का द्योतक है। सभी मोबाइल कंपनियों ने अपने-अपने देय नंबरों में 1 से 0 तक अंकों को क्रमबद्धता से नहीं रखा है। ऐसा संभव नहीं हो सकता। इसीलिए प्रारंभ तथा अंत की 10 अंकों की सीरिज में अपने स्तर जोेड़ा है। अगर आपके मोबाइल नंबर 9571040960, 8094429757, 9413329545 है तो इनमें से आपका मूलांक तय होगा। फिर अपने मोबाईल का नंबर संबंधित कार्य के अनुरूप शुभांक ज्ञात कर उससे शुभफल प्राप्त कर सकते है। यह भी आवश्यक होगा कि आप अपने व्यवसाय, उपयोग, कार्य का मूलांक समूल जान लें। इसमें भी शुभ-अशुभ फल तथा तटस्थ के अलग-अलग अंक होते है। इनके फल भी भिन्न-भिन्न है। साथ ही आपका नाम आपके लिए कितना भाग्यशाली तथा अनुकूल है यह अंक ज्योतिष शास्त्र के जानकार से जाना जा सकता है। इसके बाद नामांक, भाग्यांक या संयुक्तांक का मूलांक से तालमेल देखना होता है। तभी स्पष्ट हो पाएगा कि आपके लिए कौनसे अंकों को जोड़ शुभ, फलदायक है। साधारणतः व्यक्ति को अपने नामांक की शक्ति का ज्ञान नहीं होता। मूलांक तथा भाग्यांक तो अपरिर्वतनशील है क्योंकि यह जन्म की तारीख से बनते है। 

    अगर इनसे व्यक्ति के नामांक का मेल हो जाए तो भाग्य भी बदलते देर नहीं लगती। अगर मूलांक, भाग्यांक, नामांक में तालमेल न हो तो नाम बदलकर नामांक बदला जा सकता है। इससे जीवन में महत्वपूर्ण परिर्वतन आ सकते हैं।

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