HOLI 2019 | क्यों मनाते हैं होली! क्या है होली का संदेश ! | Suresh Shrimali
क्यों मनाते हैं होली! क्या है होली का संदेश !
घमंड तो बर्बादी, टारगेट पर अडिग तो सफलता
आप ब्रिलयंट हैं, टैलेन्टेड हैं इस कारण पढाई में, बिजनेस में राजनीति में या अपनी प्रोफेशनल लाईफ में आप सक्सेस हुए, या फिर आपने साधना आदि से सक्सेस पाई और उस पर घंमड कर लिया तो समझ लो आपने बर्बादी को इनविटेशन दे दिया, लेकिन अपने टारगेट पर अडिग रहे, न डरे, न झुके, न रूके तो समझ लो आप टारगेट एचीव करके रहेंगे, और डेस्टिनी आपके साथ होगी सफलता आपके कदम चूमेगी। ये मेरा दावा भी है और होली का संदेश भी यही है। होली की कथा क्या है? होली के तीन मुख्य करेक्टर हैं पहला होलिका, जिसे वरदान था कि वह अग्नि में स्नान भी कर ले तो जलेगी नहीं। वो रोजाना अग्नि स्नान करती थी। दूसरा होलिका का भाई हरिण्य कश्यप, जो राजा भी था और खुद को भगवान से भी बडा मानता था। कहता था मेरी पूजा करो, और कोई भगवान नहीं है। क्योंकि उसे भी वरदान था कि कोई पशु, कोई इंसान या देवता उसका वध नहीं कर सकेगा। तीसरा करेक्टर इन्हीं हरिण्य कश्यप का पुत्र प्रह्लाद जो विष्णु का परम भक्त और हर समय भक्ति में लीन रहने वाला, पिता की पूजा से इंकार करता रहा। हरिण्य कश्यप ने प्रहलाद से कहा कि तुम विष्णु की भक्ति छोड मेरी करो, नहीं तो तुम्हारी भुआ तुम्हे आग में जला देगी। धमकी भी प्रहलाद को नहीं डिगा पाई तो भाई ने बहन को अपने ही पुत्र को गोद में लेकर आग में बैठकर उसे जलाने का आदेश दे दिया। भुआ होलिका प्रहलाद को लेकर आग में बैठ गई लेकिन हुआ उल्टा क्योंकि होलिका जल गई और प्रहलाद बच गया। फिर कथा कहती है कि भगवान विष्णु नरसिंह अवतार मे आए और हरिण्य कश्यप का वध हुआ। कथा का सार क्या है कि होलिका और हरिण्य कश्यप को भगवान से प्राप्त वरदान भी उनको सिद्धि नहीं दिला पाए जबकि अपनी साधना और ईश्वर से प्राप्त भक्ति के स्वभाविक वरदान के साथ प्रहलाद आग से बच गए और अमर हो गए। हमें भी जन्म के साथ ही स्वभाविक रूप से कई वरदान प्राप्त होते हैं, जिन्हें हम गॉड गिफ्ट कहते हैं। ये वरदान बल, बुद्धि, विद्या, मैनेजमेंट किसी क्षेत्र में हो सकते हैं। हम इनका उपयोग करें तो हमेें भी सिद्धि यानी सक्सेस मिलेगी। लेकिन हम हमारी स्वभाविक प्रतिभा, शक्ति का मिसयूज करेंगे तो हमें प्राप्त गॉड गिफ्ट के वरदान अभिषाप बनकर जीवन भर कष्ट देंगे। इसलिए दर्शकों अपने टेलेंट, अपने विजन और अपने ज्ञान का सही दिशा में उपयोग करें। सफलता कदम चूमेगी। होली पर धन, यश-कीर्ति पाने और रोगों को नाश करने के कौनसे उपाय उपयोगी हैं, कल बताऊंगा।
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