Hanuman Jayanti | अब साढ़ेसाती, ढ़ैय्या और मंगल दोष नहीं करेंगे परेषान | Suresh Shrimali


अब साढ़ेसाती, ढ़ैय्या और मंगल दोष नहीं करेंगे 
परेशान


यूँ तो मंगलवार को हनुमानजी की पूजा-अर्चना के लिए श्रेष्ठ माना गया है। लेकिन शनिवार को शनिदेव संग हनुमानजी की पूजा न केवल शनि साढे़साती, ढैय्या महादशा से छुटकारा दिलाने में मददगार साबित होगी। बल्कि मंगल दोष निवारण के लिए भी शनिवार को बजरंग बली की पूजा का खास महत्व माना गया है। नवग्रहों में सबसे क्रूर ग्रह शनि की जिस पर नजर पड़ जाए, उसका जीना मुहाल हो जाता है। हजार कोशिशों के बाद भी काम बनते नहीं। ये सभी लक्षण है शनि के प्रकोप के। पर शनि और हनुमान का क्या है कनेक्शन, क्या आप जानते है? क्यों शनिवार को शनि के साथ-साथ हनुमान जी की भी पूजा होती है, क्या है इसका कारण? मैं आपको बताता हूं- 

जब लंका में हनुमान जी ने शनिदेव को रावण की कैद में उल्टा लटके देखा। तब हनुमान जी ने इसका कारण पूछा? तो शनिदेव ने बताया कि रावण ने अपने योग बल से उन्हें लंका में कैद करके उल्टा लटका रखा है। जिस कारण उनके पूरे शरीर पर तीव्र जलन हो रही थी। तब हनुमानजी ने शनिदेव को रावण की कैद से मुक्ति दिलाई और उनके पूरे शरीर पर तेल लगाया, जिस कारण उनके शरीर में ठंडक हो गई और इससे प्रसन्न होकर शनिदेव ने हनुमानजी से वर मांगने को कहा। तब बजरंग बली ने शनिदेव से कहा कि कलयुग में उनकी आराधना करने वाले को आप कभी भी परेशान नहीं करेंगे। तभी से शनिवार को शनिदेव के साथ-साथ हनुमानजी की पूजा-अर्चना व तेल चढ़ाने की परम्परा शुरू हो गई। इसलिए इस दिन पूर्ण विधि-विधान पूर्वक पूजा करने से शनि व मंगल संबंधित दोषों से मुक्ति मिल जाती है।

Comments

  1. Hi thanks for the information on your blog. Do you want to learn more about Hanuman Jayanti? Find out when Hanuman Jayanti 2023 will be celebrated and at what time. Learn more about the auspicious Hindu festival and how it is observed in India and around the world.

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