सिद्ध कुंजिका स्त्रोत || Suresh Shrimali
जीवन में समस्याओं का समाधान है
सिद्ध कुंजिका स्त्रोत
इसके लिए आप अपने घर की पूर्व दिशा में स्वच्छ वस्त्र धारण करके ऊनी आसन पर बैठ कर गहरी सांस लेकर छोड़े और ऐसा महसूस करें कि आपका मन और चित्त शांत हो रहा है। ऐसा आप 5 से 10 मिनट करते रहें और फिर उसके बाद आपको एक मंत्र मैं बताने जा रहा हूं, उसका जाप 10 मिनट तक करना हैः-
“ऊँ ह्रीं क्लीं कालिके ह्रीं विच्चे।।”
ऐसा आपको नवरात्रा के नौ दिनों तक निरंतर करना है। ऐसा करते-करते आप देखंेगे कि माता सिद्ध कुंजिका की कृपा आप पर होने लगेगी।

यदि आप सुख-समृद्धि-ऐश्वर्य या फिर जाॅब एण्ड बिजनस से रिलेटेड किसी भी प्रोब्लम का चाहते है समाधान तो घर की पूर्व दिशा में बैठकर करें इस मंत्र का जाप।
पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका में है अनबन या नहीं हो पा रहा है विवाह तो घर में पश्चिम दिशा की तरफ मुंह करके करें इस मंत्र का जाप।
माता भगवती की पानी है कृपा या चाहिए सुख शांति तो उत्तर दिशा की तरफ मंुह करके करें इस मंत्र का जाप।
यह मंत्र बहुत ही पाॅवरफुल है। यदि कोई भी साधक इसे पूर्ण श्रद्धा और विधि-विधान के साथ करता है तो समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है लेकिन याद रहे इस मंत्र का उपयोग किसी व्यक्ति को नुकसान पहुंचाने के उद्धेश्य से नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह मंत्र बहुत ही अचूक होता है।
ध्यान रहे इस साधना के दौरान महिलाएं मासिक धर्म की वजह से 5 दिनों तक रहे पूजा-पाठ से दूर। इस मंत्र को बच्चों से लेकर वृद्ध जन भी जाप कर सकते है। निश्चल सेवा भावना रखे तथा क्रोध व अहंकार से दूर रहे। मांसाहार से दूर रहे। ब्रह्मचर्य का पालन करें।
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