|| कन्या राशि 2018 ||
पाॅजीटिव प्वाॅइंट:-
बुद्धि चातुर्य के अधिपति बुध कन्या राशि के स्वामी वाले लोग श्रेष्ठ स्मरण शक्ति, मेधावी, कुशाग्र बुद्धि, किसी विषय की कठिनता को शीघ्र हल करने की अद्भुत क्षमता होती है। मृदु एवं मधुर भाषी, व्यवहार कुशल, समानता का व्यवहार रखने वाले, धीर-गंभीर, कष्ट, सहिष्णु, उच्च कोटि के विद्वान, लेखक, कवि अथवा अधिवक्ता होते हैं ।
नेगेटिव प्वाइंट:-
सूर्य के अधिक निकट रहने के पश्चात् भी उनके समान तेजस्विता दृश्यमान नहीं होती बल्कि कन्या राशि वाले इंसान डरपोक प्रवृति के होते है।
बिजनस पाॅजीशन:-
बिजनस:- 11 अक्टूूबर के बाद गुरू की बिजनस हाउस पर दृष्टि होने से बिजनस विस्तार के लिए दूर की यात्रा के योग बन रहे है। अगर आप नया बिजनस शुरू करना चाहते है तो कर सकते है, क्योंकि बिजनस के लिहाजा समय अनुकूल है। व्यवसायिक गतिविधियां आपके लिए अच्छी बनी रहेगी। लाभ के सौदे हाथ लगेंगे। प्रतिष्ठान में ग्राहकों के साथ आवाजाही बनी रहेगी। अनेकानेक माध्यमों से धनागमन होगा। आपको व्यावसायिक यात्राएं अधिक से अधिक करनी पड़ सकती है।
जाॅब:- क्रमेश बुध 17 जून से 25 जून तक क्रम भाव विराजित होने से कार्यस्थल पर आपका कौशल और हुनर देखने को मिलेगा। वे जातक जिनका इस साल नौकरी बदलने का मन है उन्हें भी इस साल सफलता मिल सकती है। अगर आप सरकारी नौकरी करते हैं तो अच्छी सैलरी के साथ उच्च पद भी मिलने वाला है। में रहेंगे इसलिए सरकारी नौकरी अथवा निजी क्षेत्र में कामकाजी महिलाओं के प्रोमोशन के अवसर हाथ लगेंगे।
फाइनेंशियल पाॅजीशन :- 11 अक्टूबर के बाद गुरू की लाभ भाव पर दृष्टि होने से इस साल आपकी आय में वृद्धि होगी। थोडे़ से प्रयासों में काम बनते नजर आएंगे। रूपये-पैसों की आवक अच्छी बने रहने से तथा आर्थिक सुदृढ़ता के कारण आप जरा भी विचलित नहीं होंगे। कुछ मिलाकर आर्थिक स्थिति के लिए यह फायदेमंद सिद्ध होगा।
फैमिली लाइफ एण्ड रिलेशनशिप
फैमिली:- 2 मार्च से 26 मार्च तक शुक्र उच्च के होकर 7th हाउस में मालव्य योग बनाये होने से गृहस्थ जीवन औसत रहने वाला है। काम की अधिकता के कारण आप परिवार को समय नहीं दे पाएंगे। परिवार में बडे़-बजुर्गाें एवं जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग भरपूर बना रहेगा। जिसके चलते हर विपरीत परिस्थिति में बड़ी आसानी से आप बाहर निकल पाएंगे। शुभ एवं मांगलिक कार्य पर खर्चा होगा। किसी भी मुद्दे पर फैमिली मैम्बर के संग वाद-विवाद से बचें। कुल मिलाकर पारिवारिक स्तर पर यह साल काफी अच्छा कहा जा सकता है।
रिलेशनशिप:- प्रेम मामलों में यह साल आपके लिए काफी शुभ रहने वाला है। आप अविवाहित है तो विवाह बंधन में बंध सकते है तथा मातृत्व सुख की प्राप्ति भी संभव हो सकती है। अप्रैल माह के बाद पार्टनर के साथ कई रोमांटिक डेट पर जाने के योग बन रहे है। लिव-इन वाले रिलेशन आगे बढ़ा सकते है।
हैल्थ:-
शनि की तीसरी दृष्टि 6th हाउस पर होने से स्वास्थ्य के मामले में सचेत रहने की आवश्यकता है। कोई पुराना रोग आपको परेशान कर सकता है। खराब दिनचर्या के कारण हैल्थ प्रोब्लम्स हो सकती है। चोट लगना, इनडायजेशन, नींद की कमी इत्यादि के चलते हैल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। इसलिए आप अपनी सेहत के प्रति सावधान रहें। डाॅक्टरी सलाह एवं औषधि का सेवन समयानुसार करते रहें।
स्टूडेंट
स्टूडेंट्स:- 02 मई से 06 नवम्बर तक 5th हाउस में मंगल केतु का अंगारक दोष बना होने से इस साल विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत की आवश्यकता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलने के पूरे-पूरे चांसेस। करियर तथा जाॅब के मार्ग खुल जाएंगे। धैर्य बनाए रखें एवं लक्ष्य पर फोकस करें।
कौनसी मित्र राशि और कौनसी शत्रु:-
कन्या राशि वाले लोगों के लिए कन्या, वृश्चिक, धनु, मकर, वृषभ, मिथुन, कर्क राशि वालों से लाभ की स्थिति बन सकती है। आप इन से मित्रता, व्यावसायिक संबंध भागीदारी में व्यापार, एवं उनके साथ इनवेस्ट कर सकते है तथा तुला, कुंभ, मीन, मेष, सिंह राशि वाले लोगों से जहां तक संभव हो दूरी बनाए रखें।
कौनसा अंक और रंग है शुभ:-
कन्या राशि के लिए 1, 4, 5, 7 लक्की नम्बर तथा हरा, सफेद, स्लेटी कलर शुभ रहेगा।
विशेष सावधानी बरतने वाला समय:-
1. सूर्य 14 जनवरी से 12 फरवरी तक केतु के साथ ग्रहण दोष 5th हाउस में अशुभ।
2. 07 मार्च से 02 मई तक 4th हाउस में मंगल-शनि का अंगारक दोष।
3. 02 मई से 06 नवम्बर तक 5th हाउस में मंगल-केतु का अंगारक दोष।
4. सूर्य 14 अप्रैल से 14 मई तक 8th हाउस में अशुभ।
खुशी के पल:-
1. 01 जनवरी से 16 जनवरी तक गुरु-मंगल का परिजात योग।
2. 18 सितम्बर से 06 अक्टूबर तक स्वगृही व उच्च के बुध आपकी राशि में भद्र योग बना रहे है।
3. 2nd हाउस में गुरू-शुक्र का शंख योग 01 सितम्बर से 11 अक्टूबर तक रहेगा।
सफलता के चमत्कारिक उपाय:-
गणेश मंत्र ’’ऊँ गं गणपतये नमः’’ अथवा ऊँ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः मंत्र के 27 हजार जाप करें अथवा करवाएं। बुध यंत्र की पूजा उपासना, बुधवार का व्रत, गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करना/करवाना। हरे मूंग, हरे वस्त्र, पन्ना, कांसी के बर्तन, केसर-कस्तुरी पंचरत्न, धार्मिक पुस्तकों के दान करना लाभदायी रहेगा।
सफलता का सूत्र:-
किसी भी विपरीत परिस्थिति से विजयी होकर बाहर निकलने के लिए साहस और पाॅजीटिव एटिट्यूट की जरूरत होती है। तभी उससे पार पाया जा सकता है। क्योंकि आपके अंदर डरपोक होने का एक अवगुण विद्यमान है, इसे स्वयं में कुछ बदलाव करके आप हमेशा के लिए दूर कर सकते है तो देर किस बात की है। 2018 आप ही का इंतजार कर रहा है।
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