कुछ ही घंटे बाद कहां होगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण | SURESH SHRIMALI | GRAHON KA KHEL


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कुछ ही घंटे बाद कहां होगा साल का आखिरी  सूर्य ग्रहण

सूर्य ग्रहण के दिन भूलकर भी न करे यह गलती

 

       आज मैं आपके लिए एक बहुत ही ख़ास विषय लेकर आया हूँ जिसका संबंध लगभग सभी राशियों से है और ये विषय है ‘सूर्य ग्रहण’। साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने में अब केवल कुछ दिन बाकी हैं जो की 4 दिसंबर 2021 को लगने जा रहा है। 4 दिसंबर को लगने वाला यह सूर्य ग्रहण बहुत ही अहम माना जा रहा है। इस साल दिसंबर में सूर्य ग्रहण की हैट्रिक लगने जा रही है। यानी लगातार 3 वर्षाे से दिसंबर में सूर्यग्रहण का संयोग बना रहा है। लेकिन इस बार के सूर्यग्रहण की खास बात यह है कि इस बार सूर्यग्रहण धनु राशि में नहीं बल्कि वृश्चिक राशि में लगने जा रहा है। इससे पहले के दोनों सूर्यग्रहण धनु राशि में घटित हुए थे।

  इस बार ये सूर्यग्रहण इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन शनिवार होने से शनि अमावस्या भी रहेगी। साथ ही सूर्य ग्रहण के अगले दिन ही मंगल अपनी राशि वृश्चिक में आकर सूर्य से मिलेंगे। और ऐसे में इस ग्रहण का प्रभाव देश-दुनिया पर रहेगा। 

    4 दिसंबर को लगने जा रहे सूर्य ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा, क्योंकि ये उपछाया ग्रहण अथवा आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। आंशिक सूर्य ग्रहण को खंडग्रास ग्रहण भी कहते हैं। आंशिक ग्रहण तब होता है जब सूर्य और चंद्रमा एक सीधी लाइन में नहीं होते और चंद्रमा सूर्य के एक हिस्से को ही ढंकता है। इस खगोलीय स्थिति को खण्ड़ ग्रहण कहा जाता है। इस स्थिति में जब ग्रहण सूर्य या चंद्रमा के कुछ हिस्से पर ही लगता है। यानि चंद्रमा, सूर्य के सिर्फ कुछ हिस्से को ही ढंकता है। 


इन देशों में दिखाई देगा सूर्य ग्रहण- 

ये सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा। यह भारत में नहीं दिखाई देगा। 


सूर्य ग्रहण का समय 

ये सूर्य ग्रहण सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू हो जाएगा, जो लगभग 4 घंटे बाद दोपहर 3 बजकर 7 मिनट पर पूरा होगा। 


     सूर्य ग्रहण का ज्योतिष के अलावा वैज्ञानिक महत्व भी है। इससे अशुभ घटना भी आंकी जाती है। यही वजह है कि मान्यताओं के अनुसार इस दौरान पूजा-पाठ और शुभ कार्यों की मनाही होती है। सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य ग्रसित हो जाते हैं, जिससे सूर्य की रोशनी और प्रकृति में शुभता आ जाती है। यही वजह है कि सूर्य ग्रहण के दौरान कोई शुभ कार्यों को करने से मना किया जाता है। 

     चाहे सूर्य ग्रहण हों या चंद्र ग्रहण इन दोनों को ही धर्म और ज्योतिष में बहुत अशुभ माना गया है। ग्रहण के दौरान सूर्य और चंद्रमा नकारात्मक ऊर्जा देते हैं। इसलिए ग्रहण के दौरान कुछ सावधानियां बरतनी बेहद जरूरी है। साथ ही ग्रहण के अशुभ असर से बचने के लिए ईष्टदेव की आराधना करने, ग्रहण के बाद स्नान-दान करने के लिए कहा जाता है। इसके अलावा ग्रहण के बाद घर को शुद्ध करने के लिए घर में गंगाजल भी छिड़कना चाहिए ताकि घर की नकारात्मक ऊर्जा भी खत्म हो जाए।


सूर्य ग्रहण के समय क्या करने से बचे

-ग्रहण के दौरान नकारात्मक माहौल रहता है, इसलिए इस दौरान कुछ भी न खाएं।

-ग्रहण भोजन, पानी पर नकारात्मक असर डालता है, इसलिए इस दौरान पके हुए भोजन और पानी में तुलसी डाल दें, ताकि ये चीजें शुद्ध रहें।  

- ग्रहण के दौरान कोई शुभ काम नहीं करना चाहिए। इस दौरान किए गए कार्य अशुभ नतीजे देते हैं। 

-ग्रहण के दौरान भगवान की पूजा-आरती न करें। इस दौरान सभी मंदिरों के पट बंद कर दिए जाते हैं, घर में बने पूजा घर में भगवान की मूर्ति को ढ़क देना चाहिए। 

- जहां तक संभव हो, ग्रहण के दौरान यात्रा करने से भी बचें। 



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