सरकारी नौकरी के योग ( Administrative civil service jobs) || Suresh shrimali


सरकारी नौकरी के योग 
( Administrative civil service jobs )


गोवर्नमेंट जाॅब! यह शब्द अपने आप में यह तसल्ली देता है कि अब जीवन सुकून से गुजर जाएगा। मेने देखा और सुना है कि जहाॅं सरकारी जाॅब के लिए 500 लोगों की वेकेंसी होती है वहाॅं लाखों की संख्या में एप्लाई किया जाता है और उनमें हमारे देश के केलीबर, टेलेंटेड और डिजर्विंग लोग देश की नीती और आरंक्षण की भेंट चढ जाते हैं और उन्हें सरकारी नौकरी नहीं मिलती है और फिर वो अपनी किस्मत को कोसते हैं। मेरा ऐसा मानना है गोवर्नमेंट जाॅब की चाह रखने वाले लोग अगर अपनी कुण्डली की भी स्वयं या किसी योग्य पंडित जी से जाॅंच करवाकर और दोषों के उपाय करके अगर एप्लाई करें तो ज्यादा चांस बनेंगे। 

अब एक महत्वपूर्ण प्रश्न आता है कि में किस आधार पर आपको ये सलाह दे रहा हूं कि किसे गोवर्नमेंट जाॅब के लिए एप्लाई करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले कुछ सालों में देश विदेश के लाखों लोगों की कुण्डलियों का विश्लेषण कर मेने पाया है कि अगर कुण्डली में सूर्य-मंगल की पाॅजिशन और कुण्डली में बनने वाले विशेष योग हों तो इन्सान को गोवर्नमेंट की जाॅब में हाथ आजमाना चाहिए। 

मेनें अभी दो ग्रहों की बात की सूर्य और मंगल। आइये सबसे पहले सूर्य के बारे में जान लेते हैं। सूर्य ग्रहों में राजा कहलाता है यानी सरकार। और हम सब जानते हैं पृथ्वी सहित सभी ग्रह सूर्य के चक्कर लगाते हैं और हमें अपने काम के लिए सरकारी कर्मचारी के आगे पीछे चक्कर लगाने पढते हैं। दूसरा मंगल जो कि स्वयं सेनापति है यानी पुलीस, फौज और एडमिन सर्विसेस का ग्रह। 

अब वक्त आ चुका है जब आप अपनी और अपनों की कुण्डली खोल कर स्वयं यह जाॅंच लें कि आपकी कुण्डली में क्या ये योग बनते हैं और अगर बनते हैं और आपकी चाहत सरकारी नौकरी की है, आपकी उम्र अभी सरकारी जाॅब के लिए परफैक्ट है और आप डिजर्व करते हैं तो जरूर ट्राई करना चाहिए। 

1. मेष लग्न की कुण्डली हो, लग्नेश मंगल 10th हाउस में मकर राशि में उच्च के हाकर स्थित हो जिससे पंचमहापुरूष योग के अन्र्तगत रूचक नामक राजयोग घटित होगा और पंचम भाव में राज्य लाभ प्राप्ति के कारक ग्रह सूर्य सिंह राशि में स्वगृही होकर स्थित हो तथा सूर्य की आय भाव पर पूर्ण दृष्टि हो तो सरकारी नौकरी लगने के योग घटित होंगे। 

2. वृषभ लग्न की कुण्डली हो, लग्नेश शुक्र लग्न में स्वगृही होकर स्थित हो जिससे पंचमहापुरूष योग के अन्र्तगत मालव्य नामक राजयोग घटित होगा। 9th हाउस (भाग्य भाव) एवं 10th हाउस के अधिपति शनि 10th हाउस में ही स्वगृही होकर स्थित हो जिससे पंचमहापुरूष योग के अन्र्तगत शश नामक राजयोग घटित होगा। 

3. मिथुन लग्न की कुण्डली हो, लग्नेश बुध 11th हाउस में (आय भाव) उच्च के सूर्य के साथ विराजमान हो एवं 10th हाउस के अधिपति देवगुरू बृहस्पति 7th हाउस में स्वगृही होकर स्थित हो एवं देवगुरू बृहस्पति की आय भाव में स्थित लग्नेश बुध पर पूर्ण दृष्टि हो जिससे सरकारी नौकरी के योग घटित होंगे। 

4. कर्क लग्न की कुण्डली हो, लग्नेश चन्द्रमा आय भव में उच्च के होकर विराजमान हो और 10th हाउस में मेष राशि के सूर्य उच्च के होकर स्थित हो जिससे सरकारी नौकरी के योग घटित होंगे। 

5. सिंह लग्न की कुण्डली हो, लग्नेश सूर्य भाग्य भाव 9th हाउस में मेष राशि में उच्च के होकर विराजमान हो तथा भाग्येश मंगल लग्न में स्थित हो जिससे महापरिवर्तन नामक राजयोग के अन्र्तगत सरकारी नौकरी प्राप्ति के योग घटित होंगे। 

6. कन्या लग्न की कुण्डली हो, लग्नेश बुध 10th हाउस में स्वगृही स्थित हो एवं दशम भाव के स्वामी भी बुध ही बनेंगे जिससे भद्र नामक राजयोग घटित होगा एवं भाग्य भाव में वृषभ राशि के उच्च के चन्द्रमा स्थित हो। 

7. तुला लग्न की कुण्डली हो, लग्नेश बुध भाग्य भाव में स्थित हो, भाग्येश बुध सप्तम भाव में मेष राशि में उच्च के सूर्य के साथ स्थित हो तथा दशम भाव में स्वगृही चन्द्रमा स्थित हो तो सरकारी नौकरी के योग घटित होंगे। 

8. वृश्चिक लग्न की कुण्डली हो और लग्नेश मंगल लग्न में ही स्वगृही स्थित होने से रूचक नामक राजयोग का निर्माण करेंगे साथ ही 10th लाॅर्ड के अधिपति सूर्य 10th हाउस में स्वगृही होकर स्थित हो। 

9. धनु लग्न की कुण्डली हो, लग्नेश गुरू 4th हाउस में स्थित होकर 10th हाउस पर पूर्ण दृष्टि हो एवं 10th हाउस के लाॅर्ड बुध भाग्य भाव में स्वगृही सूर्य के साथ स्थित हो तो सरकारी नौकरी प्राप्ति के योग घटित होंगे। 

10. मकर लग्न की कुण्डली हो, लग्नेश शनि 10th हाउस में तुला राशि में उच्च के होकर स्थित हो एवं 10th लाॅर्ड के अधिपति शुक्र लग्न में स्थित हो, लग्नेश एवं दशमेश का आपस में परिवर्तन से महापरिवर्तन नामक राजयोग घटित होगा जिससे सरकारी नौकरी प्राप्ति के योग घटित होंगे। 

11. कुंभ लग्न की कुण्डली हो, लग्नेश शनि 9th हाउस में तुला राशि में उच्च के होकर विराजमान हो एवं 10th हाउस में वृश्चिक राशि के मंगल स्वगृही होकर रूचक नामक राजयोग घटित होंगे एवं 7th हाउस में सिंह राशि के स्वगृही सूर्य स्थित हो तो सरकारी प्राप्ति के योग घटित होंगे। 

12. मीन लग्न की कुण्डली हो, लग्नेश गुरू 10th हाउस में स्वगृही होकर स्थित होने से हंस नामक राजयोग बनेगा एवं धनेश एवं भाग्येश मंगल भाग्य भाव में स्वगृही होकर स्थित हो एवं धन भाव में मेष राशि के उच्च के सूर्य स्थित हो तो सरकारी नौकरी के योग घटित होंगे।  

उपाय:-

1. नित्य सूर्य देव को तांबे के कलश में जल में कुमकुम एवं गुड़ की डली डालकर अघ्र्य दे।
2. ऊँ घृणीं सूयार्य नमः मंत्र का 7000 हजार बार जप करें।
3. 7 रविवार किसी सूर्य मंदिर में तांबे के कलश में गेहुं भरे उसके उपर गुड़ रखकर लाल कपड़े से बांधकर रविवार को दान  दे। 

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