बुध अच्छा है तो करें ये व्यापार || Suresh Shrimali


बुध अच्छा है तो करें ये व्यापार 

मेरे प्रिय शिष्यों, साधकों और आज के हमारे सभी प्रबुद्ध दर्शकों। स्वागत है आप सभी का किसे कौनसा व्यापार करना चाहिए इस विशेष कार्यक्रम में। 
मुझे इस बात को आप सभी को बताने में बेहद खुशि का अहसास हो रहा है कौनसा व्यापार किसे किस योग के कारण करना चाहिए इस सीरीज को आप सभी नें बहोत सराहा है जिसके लिए आप सभी का बहोत बहोत धन्यवाद। 
कई बार बढी दुविधा हो जाती है कि में व्यापार करू या नौकरी। ऐसा भी देखा गया है कि जिसे नौकरी करनी चाहिए वो व्यापार और जिसे व्यापार करना चाहिए वो नौकरी कर रहा है। इसी दुविधा को दूर करने के लिए मेने फैसला किया कि अगर आपका मन व्यपार करने को करता है और जो में कुण्डली की स्थिति बता रहा हूं वो आपकी या आपके नियर एंड डीयर की कुण्डली में बन रही है तो निश्चित मानिये आपको वो व्यापार जरूर करना चाहिए। भाग्य से व्यापार तो खुल सकता है लेकिन व्यापार को चलाकर प्रोफिट में लाने के लिए भाग्य के साथ कर्मों की भी आवश्यकता होती हैं। इसलिए भाग्य भरोसे मत बैठिये क्या पता भाग्य ही आपके भरोसे बैठा हो कि आप कुछ कर्म करेंगे। 
मेरे आज के विषय में में आपको बताउंगा कि बुध से संबंधित व्यापार कौन कौन से होते हैं और अगर आपका इन्टरेस्ट उस व्यापार में है और अगर आपकी कुण्डली में बुध की स्थति अच्छी है तो आप उन व्यापार को कर सकते हैं और विश्वास कीजिए कि लाभ मिलेगा। और अगर साथ में अपनी कुण्डली का विश्लेषण करवा लें तो और भी अच्छा होगा। बुध के लिए एक बात जो में कई बार कह चुका हूं कि थावर किजे थापना और बुध कीजे व्यापार। यानी नौ ग्रहों में अगर किसी ग्रह को व्यापारी ग्रह बोला जाए तो वो अकेला बुध ही है। 
पहले बुध की क्वालिटी को समझ लें। कहते हैं कि कुण्डली में बुध अच्छा हो तो इन्सान के अन्दर मारकेटिंग क्वालिटी ऐसी होती है कि गंजे को कंधा और जहाॅ बरफ गिरती हो वहां घरों में ऐसी बेच आते है। वाणी इतनी मधुर होती है कि अपनी बातों से लोगों को आकर्षित कर सकते हैं। दुकान में माल की क्वालिटी घटिया ही क्यों ना हो अपना बनाने की कल जबरदस्त होती है और लोग उनकी बातों में आकर वो माल भी खरीद लेते हैं। बुध ग्रह की शुभ स्थिति वालों को सिर्फ ट्रडिंग ही करनी चाहिए। मेन्युफैक्चरिंग करने वालों को मेनीफैक्चर हो जाते है। कहते हैं कि उस इन्सान को दुकान खोलने का अधिकार नहीं है जिसके चेहरे पर मुस्कुराहट और वाणी में मधुरता ना हो। अतः हर एक व्यापारी में ये गुण होने ही चाहिए। ये लोग मेथेमेटिक्स में कमाल के होते हैं। वहीं बुध ग्रह की स्थति कुण्डली अच्छी ना हो तो आप मेरी बातों को उल्टा करके देख सकते है। इसलिए तरक्की करने के लिए बुध का शुभ होना आवश्यक है और शुभ ना हो तो उसे उपायों के बल पर शुभ करना ही चाहिए। 
आइये सबसे पहले ये जान लें कि बुध के व्यापार कौन कौन से होते हैं। 
कन्सल्टेंसी, एज्युकेशन, मीडिया, ड्रामा, फिल्म इण्डस्ट्री, कोमेडियन, नाटककार, डांसर, लेखन, एडवरटाइजिंग, ज्योतिषी, मेजिशियन, पब्लीशर, फू्रट एवं वेजिटेबल्स, वरस्पति, स्टॉक मार्केट, वास्तु शास्त्री, कॉल सेंटर चलाने वाले, मेनेजमेंट, स्किल डेवलपर, मिडियेटर, लाइजनिंग का कार्य करने वाला और सभी प्रकार के सर्विस प्रोवाइडर का व्यापार करने वाला होता है। 
आइये अब वक्त आ गया है जब आप अपनी और अपने नियर एंड डीयर की कुण्डली खोल के देखें और जो में कुछ उदाहरण दूंगा वो उन कुण्डलियों में होते हैं तो आप उन व्यापार को अपना सकते है। 




1. मिथुन लग्न की कुण्डली हो और बुध लग्न में स्वगृही या 4 हाउस में स्वग्रही और अपनी मूल त्रिकोंण राशि में हों। 



2. सिंह लग्न की कुण्डली हो और बुध 11 हाउस या 2 हाउस में हों। 






3. कन्या लग्न की कुण्डली हो और बुध लग्न में या 10 हाउस में हों। 





4. मकर लग्न की कुण्डली हो और बुध 10 हाउस मित्र शुक्र के घर में हों। 



5. कुभ लग्न की कुण्डली हो और बुध 4 हाउस में मित्र शुक्र के घर में हों। 


यहाॅं में हमारे ज्योतिष प्रेमियों के लिए एक बात कहना चाहता हूं कि अगर धनु लग्न हो और बुध 7 या 10 हाउस में हो तो बुध की स्थति तो अच्छी होगी परन्तु केन्द्राधिपति दोष लग जाएगा।

                
ऐसा ही हाल देखिए मीन लग्न में भी होगा यहाॅं भी 4 और 7 हाउस व्यापार भाव के स्वामी बुध होंगे लेकिन ये स्थिति अगर आपकी कुण्डली में है तो बुध संबंधित व्यापार में घाटा लग सकता है। 
ये जो मेने अभी आपको कुछ उदाहरण दिये हैं अगर ये कुण्डली में है और आपका मन व्यापार और मुख्य रूप से बुध से संबंधित व्यापार का कर रहा है तो आपको व्यापार करना चाहिए। 

उपायः- अब में आपको कुछ उपाय बता रहा हूं जिनका सहारा लेकर आप अपने व्यापार को स्पीड दे सकते हैं, तकलीफों और व्यापारिक अडचनों को दूर कर सकते है। 
1. श्री गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ प्रति बुधवार करें तथा गणेश जी को दूर्वा चढाएं और नित्य व्यापार स्थान पर बुध का मन्त्र उॅं ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः 11 तो अवश्य जपें। 
2. व्यापार में अगर परेशानी हो तो नित्य व्यापार के लिए घर से निकलते समय केसर का माथे पर तिलक 43 दिन लगाना चाहिए। 
3. हरी वस्तुओं का दान करें, सुहागिन स्त्री को दान दें, कन्या की शादी करवाएं, किन्नरों की मदद करें। 
4. गउ रक्षा करें तथा उन्हें हरी घास खिलानी चाहिए। 
5. व्यापार वृद्धि कारक स्वर्ण में नवग्रह जडित श्री यंत्र का पेंडल गले में धारण करें। 
उम्मीद है कि आपकी जिज्ञासा को मेने शांत किया होगा। यदि और कोई प्रश्न या समस्या हो तो कमेंट करें। आपने मुझे ध्यान से सुना इसके लिए बहोत बहोत धन्यवाद और प्यार भरा आशीर्वाद। 

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