Career in foreign || विदेश में करियर || Suresh shrimali


Career in Foreign
विदेश में करियर

एक समय ऐसा था जब घर से दूर रहकर काम करने को अच्छा नहीं समझा जाता था। विदेषों में काम करने या रहने का घर से दूर होने के कारण एक समस्या या दुख के रूप में देखा जाता था परन्तु वर्तमान समय में विदेष यात्रा या विदेष को लेकर सामाजिक दृष्टिकोण पूर्णतया बदल गया है आजकल विदेष यात्रा और विदेषों में काम करने को एक सुअवसर के रूप में देखा जाता है। अधिकांष लोग विदेषों में जुड़कर कार्य करना चाहते हैं तो कुछ विदेष यात्रा को केवल आनंद या एक नये अनुभव के लिए करना चाहते है। ज्योतिषीय दृष्टिकोण में देखें तो हमारी कुण्डली में बने कुछ विषेष ग्रह-योग ही हमारे जीवन में विदेष से जुड़कर काम करने या विदेष यात्रा का योग बनाते है।

ज्योतिष के अनुसार जन्मकुण्डली से अध्ययन से बताया जा सकता है कि किसी जातक की कुण्डली में विदेष यात्रा का योग है या नहीं। किसी भी कुण्डली के अष्टम भाव में, नवम, सप्तम, बारहवां भाव विदेष यात्रा से संबंधित होते है जिनके आधार हो पता लगाया जा सकता है कि कब विदेष यात्रा का योग बन रहा है। 

इसी तरह से जन्मकुण्डली के तृतीय भाव से भी जीवन में होने वाली यात्राओं के बारे में बताया जा सकता है। कुण्डली में अष्टम भाव समुद्री यात्रा का प्रतीक होता है और सप्तम तथा नवम भाव लंबी विदेष यात्राओं या विदेषों में व्यापार, व्यवसाय एवं दीर्घ प्रवास बताते है। जातक यदि विदेष में अपना कोई कार्य करने की योजना बना रहा है तो इस अध्ययन के आधार पर परिणाम का आकलन किया जा सकता है। हमारी जन्मकुण्डली में बारहवें भाव में संबंध विदेष और विदेष यात्रा से जोड़ा गया है इसलिए दुख भाव होने पर भी आज के समय में कुण्डली के बारहवें भाव को एक सुअवसर के रूप में देखा जाता है। चन्द्रमा को विदेष यात्रा का नैसर्गिक कारक माना गया है। कुण्डली का दषम भाव हमारी आजीविका को दिखाता है तथा शनि आजीविका का नैसर्गिक कारक होता है अतः विदेष यात्रा के लिए कुण्डली का बारहवां भाव, चन्द्रमा, दशम भाव और शनि का विषेष महत्व होता है। तो आइये देखते है कुण्डली अनुसार कुछ उदाहरण-

1. यदि चन्द्रमा कुण्डली के 12th हाउस में स्थित हो तो विदेष यात्रा या विदेष से जुड़कर आजीविका का योग होता है। उदाहरण के तौर पर समझिये आपकी मेष लग्न की कुण्डली है तो चन्द्रमा 12th हाउस में मीन राशि में स्थित होंगे तब यह योग बनता है। और ऐसे व्यक्तियों को चन्द्रमा की दशा-अन्तर दशा में विदेश में जाकर करियर बनाने के अवसर प्राप्त होते है।

2. चन्द्रमा यदि कुण्डली के 6th हाउस में हो तो विदेष यात्रा योग बनता हैं। उदाहरण के तौर पर समझिये आपकी सिंह लग्न की कुण्डली है तो चन्द्रमा 6th हाउस में मकर राशि में स्थित होकर 12th हाउस पर कर्क राशि पर दृष्टि डालेंगे जो कि चन्द्रमा की स्वयं की राशि है तब यह योग बनता है। और ऐसे व्यक्तियों को 32 वर्ष की आयु में विदेश जाने के अवसर प्राप्त होते है।

3. चन्द्रमा यदि 10th हाउस में हो या 10th हाउस पर चन्द्रमा की दृष्टि हो तो विदेष यात्रा योग बनता है। उदाहरण के तौर पर समझिये आपकी कर्क लग्न की कुण्डली है तो लग्नेश चन्द्रमा 10th हाउस में स्थित हो या लग्नेश चन्द्रमा 4th हाउस में तुला राशि में स्थित होकर 10th हाउस पर दृष्टि हो तब यह योग बनता है। और ऐसे व्यक्तियों को बार-बार विदेश जाने के अवसर प्राप्त होते है।

4. चन्द्रमा यदि 7th हाउस में या लग्न में हो तो भी विदेष से जुड़कर व्यापार का योग बनता है। उदाहरण के तौर पर समझिये आपकी कर्क लग्न की कुण्डली है तो लग्नेश चन्द्रमा 7th हाउस में मकर राशि में स्थित हो या लग्नेश चन्द्रमा लग्न में ही स्वग्रही होकर स्थित हो तब यह योग बनता है। और ऐसे व्यक्तियों को विदेश से जुड़ कर व्यापार करने के अवसर प्राप्त होते है।

5. यदि कुण्डली में 10th हाउस के लाॅर्ड 12th हाउस में स्थित हो और 12th हाउस के लाॅर्ड 10th हाउस में स्थित हो तो विदेष में या विदेष से जुड़कर काम करने का योग होता हैं। उदाहरण के तौर पर समझिये आपकी कन्या लग्न की कुण्डली है तो 10th हाउस के लाॅर्ड बुध 12th  हाउस में सिंह राशि में स्थित हो या 12th हाउस के लाॅर्ड सूर्य 10th हाउस मिथुन राशि में स्थित हो तब यह योग बनता है। और ऐसे व्यक्तियों को विदेश से जुड़ कर व्यापार करने के अवसर प्राप्त होते है।

6. यदि 9th हाउस के लाॅर्ड 12th हाउस में और 12th हाउस के लाॅर्ड 9th हाउस में स्थित हो तो भी विदेष यात्रा का योग बनता है। उदाहरण के तौर पर समझिये आपकी वृश्चिक लग्न की कुण्डली है तो 9th हाउस के लाॅर्ड चन्द्रमा 12th हाउस में स्थित हो और 12th हाउस के लाॅर्ड शुक्र 9th हाउस कर्क राशि में स्थित हो तब यह योग बनता है। और ऐसे व्यक्तियों को विदेश से जुड़ कर व्यापार करने के अवसर प्राप्त होते है।

7. यदि लग्नेष 12th हाउस में और 12th हाउस के लाॅर्ड लग्न में हो तो भी व्यक्ति विदेष यात्रा करता है। उदाहरण के तौर पर समझिये आपकी मिथुन लग्न की कुण्डली है तो लग्नेश बुध 12th हाउस में वृषभ राशि में स्थित हो और 12th हाउस के लाॅर्ड शुक्र लग्न में स्थित हो तब यह योग बनता है। और ऐसे व्यक्तियों को विदेश से जुड़ कर व्यापार करने के अवसर प्राप्त होते है।

8. यदि 7th हाउस के लाॅर्ड 12th हाउस में हो और 12th हाउस के लाॅर्ड 7th हाउस में स्थित हो तो भी विदेष यात्रा या विदेष से जुड़कर व्यापार करने का योग बनता है। उदाहरण के तौर पर समझिये आपकी धनु लग्न की कुण्डली है तो 7th हाउस के लाॅर्ड बुध 12th हाउस में स्थित हो और 12th हाउस के लाॅर्ड मंगल 7th हाउस में स्थित हो तब यह योग बनता है। 

उपाय:-
1. जो व्यक्ति विदेश में जाकर अपना  करियर बनाना चाहते है। उनको एक हाथ में पहाड़ लिए उड़ते हुए हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। 

2. सिद्ध अभिमंत्रित प्राणप्रतिष्ठित मारूती यंत्र को पूजा घर में स्थापित कर नित्य धूप-दिप करें।

3. नित्य शिवलिंग पर पंचामृत दूध, दही, घी, शहद, शक्कर अर्पित करे। 

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