हनुमानजी ने किया शनिदेव को रावण की कैद से मुक्त || Suresh Shrimali


हनुमानजी ने किया
शनिदेव को रावण की कैद से मुक्त



    जब मेघनाथ पैदा होने वाला था तो रावण ने सभी 9 ग्रहों का अपहरण कर उन्हें 11वें स्थान पर रख दिया ताकि उनका नवजात शिशु अमर और अजेय हो जाए। इस घटना के चलते शनि सहित सभी ग्रह रावण के कैद में आ गए। शनिदेव को जिस स्थान पर रखा गया था, वहाँ से उनका निकल पाना बहुत मुश्किल था। माता सीता को रावण के द्वारा अपहरण करने के पश्चात हनुमानजी उन्हें ढूंढते हुए उस स्थान में पहुच गए, जहाँ शनिदेव को रखा गया था। तब हनुमानजी ने ही शनिदेव को वहाँ से मुक्त कराया। तब हनुमानजी ने शनिदेव से हनुमान भक्तों को उनकी वक्र दृष्टि से मुक्त करने का आश्वासन लिया। इसीलिए शनिवार के दिन शनि देव के साथ-साथ हनुमान जी की पूजा-अर्चना और उन्हें तेल और सिंदूर चढ़ाने का सर्वाधिक महत्व है। 








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